रानीखेती नामक वायरल बीमारी से कबूतरों की मौत
पालोजोरी प्रखंड क्षेत्र में कबूतरों की लगातार मौत होने की वजह से कबूतर पालक व ग्रामीणों में भय है।
पालोजोरी (देवघर) : पालोजोरी प्रखंड क्षेत्र में कबूतरों की लगातार मौत होने की वजह से कबूतर पालक व ग्रामीणों में भय है। पालोजोरी के कबूतर पालक रामचंद्र यादव व शालीग्राम यादव के मुताबिक कबूतरों को पहले मुंह में घाव होने लगता है और धीरे-धीरे घाव बड़ा होकर आंख तक फैल जाता है। इसके बाद इनकी मौत हो जाती है। कबूतरों के झुंड में अगर दो बीमार होते हैं तो 15 से 20 दिनों में इनकी मौत हो जाती है जबकि इस दरम्यान कुछ और कबूतरों में भी यह बीमारी फैल जाती है। कहा कि अब तक एक दर्जन से अधिक कबूतर अपनी जान गवां चुके हैं और कई बीमारी से ग्रस्त हैं।
इस संबंध में पशु चिकित्सक डॉ. राणा प्रताप ने कहा कि यह बीमारी प्राय: मुर्गियों में होती है। यह बीमारी रानीखेत नामक वायरस से फैलता है। इस बीमारी से बचाव का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन है। हालांकि प्रखंड में इस वैक्सीनेशन की व्यवस्था नहीं है।