घर में दिखे राम, बाहर कोरोना
बजरंगबली के मंदिरों में हर वर्ष की तुलना में श्रद्धालुओं की भीड़ कम थी। घरों के बाहर कोरोना के भय से लोगों ने घरों में ही भगवान राम की पूजा की।
देवघर : रामनवमी के मौके पर गुरुवार को शहर का दृश्य अन्य साल की तुलना में बदला-बदला नजर आया। बजरंगबली के मंदिरों में हर वर्ष की तुलना में श्रद्धालुओं की भीड़ कम थी। घरों के बाहर कोरोना के भय से लोगों ने घरों में ही भगवान राम की पूजा की। शहर में दोपहर एक बजे तक बजरंगबली के मंदिरों के गेट पर ताला लटक गया। सुबह कुछ देर के लिए शहर के बजरंगी चौक स्थित बजरंगबली मंदिर में थोड़ी भीड़ नजर आई जिसे जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया।
बैद्यनाथधाम स्टेशन स्थित बजरंगबली मंदिर में लोग कतार में खड़े होकर पूजा करते नजर आए। मंदिर के अंदर और बाहर भीड़ को प्रशासन व कमेटी द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था। अन्य मंदिरों में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। ज्यादातर लोगों ने घर में पूजा की। रामनवमी पर्व पर शहर में कोरोना का पहरा स्पष्ट रूप से नजर आया। शांत रहा अखाड़ों का माहौल : देवघर के सभी महावीर अखाड़ों का माहौल गुरुवार को शांत दिखा। 19 महावीर अखाड़ों में शांतिपूर्ण तरीके से पूजा की गई। जानकारी हो कि देवघर में पांच लाइसेंसी व 13 गैर लाइसेंसी अखाड़ा है। हर साल इन अखाड़ों का जुलूस निकाला जाता है, लेकिन इस बार कोरोना के कारण प्रशासन द्वारा धारा 144 लगा दी गई है और ऐसे किसी भी जुलूस पर पूर्ण पाबंदी है। इन पाबंदियों के कारण एक भी अखाड़ा द्वारा जुलूस नहीं निकाला गया। पुलिस ने किया फ्लैगमार्च : रामनवमी को लेकर शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना प्रभारी विक्रम प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने फ्लैगमार्च किया। सभी महत्वपूर्ण मंदिरों के पास पुलिस बल की तैनाती की गई थी। रामनवमी को देखते हुए चौक-चौराहों पर पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र बल व लाठी पार्टी को भी तैनात किया गया है। सख्त निर्देश दिया गया है कि कोई भी अखाड़ा जुलूस न निकाले और शांतिपूर्ण माहौल में रामनवमी का पर्व मनाया जाय। सड़क पर पुलिस की मौजूदगी का असर भी दिखा और लोग सरकारी निर्देशों का अनुपालन करते नजर आए।