Move to Jagran APP

deoghar news गोलीकांड मामले में जिलाबदर बाबा परिहस्त सहित नौ अपराधी गिरफ्तार

पैसों के लेन-देन जमीन घेराबंदी के एवज में रंगदारी को पप्पू पर चलाई गोली। छह अपराधी कोलकाता व तीन को धनबाद निरसा से हुए गिरफ्तार। शौचालय में छिपाकर रखा गया था हथियार पुलिस ने किया जब्त। रितिक सिंह ने बाबा के कहने पर दस हजार रुपये के लिए चलाई गोली।

By Jagran NewsEdited By: Gautam OjhaPublished: Sat, 12 Nov 2022 07:08 PM (IST)Updated: Sat, 12 Nov 2022 07:08 PM (IST)
deoghar news गोलीकांड मामले में जिलाबदर बाबा परिहस्त सहित नौ अपराधी गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष खड़े  गिरफ्तार आरोपित।

जागरण संवाददाता, देवघर : आठ नवंबर को दिल मांगे मोर ढाबा के संचालक सह जमीन कारोबारी कर्णकोल निवासी पप्पू ठाकुर पर गोली चलाने के मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना जिलाबदर जितेंद्र कुमार उर्फ बाबा परिहस्त को धनबाद के निरसा से गिरफ्तार किया। उसके साथ देवघर पुलिस ने धनबाद पुलिस के सहयोग से लक्ष्मीपुर चौक निवासी राहुल मिश्रा उर्फ बिट्टू व शिवगंगा लेन निवासी अंकित झा उर्फ ब्रुसली को गिरफ्तार किया। वहीं इसी मामले में कुंडा थाना की पुलिस ने कोलकाता से बिलासी टाउन मोहल्ला निवासी अभिषेक भारद्वाज, सलौनाटाड़ निवासी रितिक सिंह, सरकंडा निवासी बीटन तुरी, रामपुर निवासी अमन सागर, टाभाघाट निवासी आशुतोष कुमार देव को गिरफ्तार किया। जबकि बाबा को पनाह देने वाला आरा निवासी जितेंद्र सिंह को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। निरसा में गिरफ्तारी के बाद बाबा व उसके पकड़े गए साथियों की निशानदेही पर श्रावणी मेला के दौरान शिवगंगा के एक शौचालय के चौकी के नीचे प्लास्टिक में मणि परिहस्त को छिपाकर रखने के लिए दिए दो हथियार के अलावा पप्पू ठाकुर मामले में छिपाकर रखे हथियार को बीटन तुरी के पास से बरामद किया गया।

loksabha election banner

एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि पप्पू ठाकुर पूर्व में बाबा परिहस्त गिरोह के लिए काम करता था। उस दौरान पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। वहीं इधर पप्पू से जमीन की घेराबंदी के एवज में उससे रंगदारी मांगी गई थी। मांगी गई रंगदारी नहीं देने पर दहशत फैलाने के लिए गोली कांड को अंजाम दिया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में रितिक ने बताया कि पहली बार घटना में शामिल हुआ है। गोली चलाने के एवज में दस हजार रुपये देने की बात बाबा की ओर से कही गई थी।

वहीं अभिषेक भारद्वाज व आशुतोष कुमार देव भी पहली बार काम करने आए थे। पुलिस ने बताया कि बाबा अपने गिरोह में नए युवाओं को पैसे का प्रलोभन देकर शामिल कर आपराधिक वारदात को अंजाम दिलाता है। वहीं आरा में पनाह देने वाला जितेंद्र बाबा का बचपन का मित्र है। दोनों देवघर में एक ही स्कूल में साथ पढ़ते थे। पुलिस ने बाबा व उनके गिरोह के सदस्यों के पास से एक लोड देसी पिस्टल, एक लोडेड कट्टा, मैगजीन सहित दो देसी पिस्टल, एक देसी सिक्सर, एक पीतल जैसे डमी गन, आठ जिंदा कातूस, एक चार पहिया वाहन (थार) व मोबाइल फोन बरामद किया।

यहां की पुलिस ने किया सहयोग, मिलेगा रिवार्ड

कांड के उद्भेन में देवघर पुलिस को कोलकाता, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, रांची, बक्सर, आरा की पुलिस का काफी सहयोग मिला। एसपी ने बताया कि जिले के पुलिस पदाधिकारी की मेहनत और अन्य राज्यों व जिले की पुलिस के सहयोग से कांड के उद्भेदन हुआ। कहा कि पदाधिकारी को रिवार्ड के लिए डीजीपी व जवानों को उनके स्तर पर पांच-पांच हजार रुपये व प्रशस्ति पत्र रिवार्ड के रूप में दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.