न्यू पुलिस लाइन में बम विस्फोट करने का आरोपित माओवादी गिरफ्तार
मुफस्सिल पुलिस ने सात वर्षाें से नक्सली घटना को अंजाम देने के मामले में फरार चल रहे माओवादी को बुधवार की शाम को गिरफ्तार किया।
गिरिडीह: मुफस्सिल पुलिस ने सात वर्षाें से नक्सली घटना को अंजाम देने के मामले में फरार चल रहे माओवादी को बुधवार की शाम को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार माओवादी संझलू मांझी उर्फ सुरेश मांझी डुमरी थाना क्षेत्र के खेजगटी खलाक गांव का रहनेवाला है। पुलिस ने गिरफ्तार माओवादी को न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया जहां से न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार नक्सली संझलू को माओवादी घटना को अंजाम देने के आरोप में निमियाघाट थाना की पुलिस ने वर्ष 2014 में जेल भेजा था लेकिन जेल में कुछ दिनों तक रहने के बाद वह छूट गया था। हालांकि इससे पूर्व वर्ष 2012 में पपरवाटांड़ स्थित न्यू पुलिस लाइन के निर्माणाधीन भवन को विस्फोट कर उड़ाने के मामले में मुफस्सिल थाने में उसके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस काफी दिनों से उसे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही थी। इसी क्रम में माओवादी संझलू के घर पर रहने की सूचना मुफस्सिल पुलिस को मिली। इसके बाद मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश कुमार ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस डुमरी पहुंची और वहां की स्थानीय पुलिस के सहयोग से उसके गांव खेजगटी खलाक में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर ली। गौरतलब है कि संझलू का चचेरा भाई शिबू मांझी भी नक्सलियों के दस्ते में शामिल है और वर्ष 2014 के बाद से गांव में नहीं आया है। संझलू हार्डकोर माओवादियों के साथ दस्ते में रहकर घटनाओं को अंजाम देने में सक्रिय था।