बाबा मंदिर में पूजा व्यवस्था बहाल कराना चुनौती
आनेवाले समय में मंदिर में शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए पूजा व्यवस्था लागू करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।
देवघर : लॉकडाउन के दौरान मंदिर में सरकारी पूजा को छोड़ श्रद्धालुओं के लिए पूजा व्यवस्था बंद कर दी गई है। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला आने वाला है और इस पर भी कोरोना का संक्रमण का प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। आनेवाले समय में मंदिर में शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए पूजा व्यवस्था लागू करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। इसी के तहत बुधवार को उपायुक्त नैंसी सहाय, एसपी पीयूष पांडेय, एसडीओ सह मंदिर प्रभारी विशाल सागर, एसडीपीओ विकासचंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में मॉकड्रिल किया गया। इस दौरान मंदिर में श्रद्धालु कैसे आएंगे, कितने अंतराल पर और कैसे उन्हें शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए पूजा कराया जाएगा इस पर विशेष फोकस किया गया। इसके लिए सुरक्षा के क्या इंतजाम करने होंगे। मंदिर के अंदर व बाहर क्या व्यवस्था होगी इसको भी जानने का प्रयास किया। इस दौरान पुरोहित व मंदिर व्यवस्था से जुड़े पदाधिकारियों से भी विचार विमर्श किया गया।
जानकारी हो कि मंदिर में श्रावणी मेले के दौरान लाखों की संख्या में देश के कोने कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं। आम दिनों में भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं, लेकिन कोरोना काल में परिस्थितियां पूरी तरह से बदल चुकी है, और ऐसे में मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन कराना आसान नहीं होगा। उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि श्रावणी मेला या जब भी मंदिर में पूजा व्यवस्था फिर से लागू की जाएगी उस दौरान व्यवस्था को कैसे संचालित करना है इसको लेकर मॉकड्रिल किया गया। राज्य स्तर पर इसके लिए प्रस्ताव मांगा गया था। श्रावणी मेला का अगर आयोजन होगा तो इसका स्वरूप क्या होगा यह निर्णय श्राइन बोर्ड को लेना है। श्रावणी मेला को लेकर वैसे भी वृहद पैमाने पर तैयारी की जाती है। इसी को ध्यान में रखकर अभी की स्थिति में मंदिर में पूजा व्यवस्था को कैसे संचालित किया जाना है इसकी समीक्षा की जा रही है। मंदिर में कब, कौन कैसे आएगा और कैसे दर्शन करेगा इसका खाका तैयार किया जा रहा है।