Female harassment: पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुए विधायक प्रदीप यादव, कब तक बचेंगे ?
Female harassment पुलिस अब फिर से MLA प्रदीप यादव को नोटिस भेजने की तैयारी में जुट गई है। साइबर डीएसपी नेहा बाला ने बताया कि पुलिस का विशेष दूत नोटिस लेकर विधायक के पास जाए
By Edited By: Published: Sat, 08 Jun 2019 12:02 AM (IST)Updated: Sat, 08 Jun 2019 11:36 AM (IST)
देवघर, जेएनएन। छेड़छाड़ व जबरदस्ती मामले में विधायक प्रदीप यादव को शुक्रवार को पूछताछ के लिए साइबर थाना आना था लेकिन दिन भर साइबर थाना में पुलिस अधिकारी विधायक के आने का इंतजार करते रहे लेकिन देर शाम तक वे हाजिर नहीं हुए। पूछताछ के लिए पुलिस की ओर से विधायक को नोटिस भेजा गया था। इसमें पूछताछ के लिए थाना में आने का दो दिन का समय दिया गया था।
पुलिस अब फिर से प्रदीप यादव को नोटिस भेजने की तैयारी में जुट गई है। इस संबंध में साइबर डीएसपी नेहा बाला ने बताया कि पुलिस का विशेष दूत नोटिस लेकर विधायक के पास जाएगा। नोटिस में एक निर्धारित समय दिया जाएगा। जिस अवधि में विधायक को साइबर थाना पहुंचकर अपना पक्ष रखना होगा। नोटिस मिलने के बाद भी अगर वे पुलिस के समक्ष उपस्थिति नहीं होते हैं तो विधायक की गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट में अपील की जाएगी। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद उनकी गिरफ्तारी की पहल शुरू होगी। इससे पहले पुलिस ने विधायक के बॉडी गार्ड को नोटिस भेजा था। इसमें उसे पूछताछ के लिए थाना आने को कहा गया था लेकिन नोटिस निर्गत किए जाने की गई दिन बीत जाने के बाद भी बॉडी गार्ड पूछताछ में सहयोग करने के लिए थाना नहीं आया।
वहीं बाबूलाल मरांडी को पूछताछ के लिए बुलाए जाने के संबंध में जांच अधिकारी का कहना है कि पुलिस की ओर से कभी भी उन्हें नोटिस नहीं भेजा गया है। हालांकि इसी मामले में पुलिस जेवीएम जिलाध्यक्ष नागेश्वर सिंह व महामंत्री दिनेश कुमार से भी पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा होटल कर्मी, गार्ड सहित लगभग एक दर्जन लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। वहीं दूसरी ओर कांड की पीड़िता ने एसपी से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए बॉडी गार्ड की मांग की है। उसका कहना है कि विधायक काफी ताकतवर हैं। मामला दर्ज कराने के बाद से उसे लगातार धमकी दी जा रही है। इससे उसके जान जाने का खतरा बना रहता है। हालांकि अभी तक उसे बॉडी गार्ड मुहैया नहीं कराया गया है।
पुलिस अब फिर से प्रदीप यादव को नोटिस भेजने की तैयारी में जुट गई है। इस संबंध में साइबर डीएसपी नेहा बाला ने बताया कि पुलिस का विशेष दूत नोटिस लेकर विधायक के पास जाएगा। नोटिस में एक निर्धारित समय दिया जाएगा। जिस अवधि में विधायक को साइबर थाना पहुंचकर अपना पक्ष रखना होगा। नोटिस मिलने के बाद भी अगर वे पुलिस के समक्ष उपस्थिति नहीं होते हैं तो विधायक की गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट में अपील की जाएगी। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद उनकी गिरफ्तारी की पहल शुरू होगी। इससे पहले पुलिस ने विधायक के बॉडी गार्ड को नोटिस भेजा था। इसमें उसे पूछताछ के लिए थाना आने को कहा गया था लेकिन नोटिस निर्गत किए जाने की गई दिन बीत जाने के बाद भी बॉडी गार्ड पूछताछ में सहयोग करने के लिए थाना नहीं आया।
वहीं बाबूलाल मरांडी को पूछताछ के लिए बुलाए जाने के संबंध में जांच अधिकारी का कहना है कि पुलिस की ओर से कभी भी उन्हें नोटिस नहीं भेजा गया है। हालांकि इसी मामले में पुलिस जेवीएम जिलाध्यक्ष नागेश्वर सिंह व महामंत्री दिनेश कुमार से भी पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा होटल कर्मी, गार्ड सहित लगभग एक दर्जन लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। वहीं दूसरी ओर कांड की पीड़िता ने एसपी से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए बॉडी गार्ड की मांग की है। उसका कहना है कि विधायक काफी ताकतवर हैं। मामला दर्ज कराने के बाद से उसे लगातार धमकी दी जा रही है। इससे उसके जान जाने का खतरा बना रहता है। हालांकि अभी तक उसे बॉडी गार्ड मुहैया नहीं कराया गया है।
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