स्कूल खुलने पर पांच की जगह सात घंटे क्लास
सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सोमवार की शाम देवघर परिसदन में शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों क ेसाथ समीक्षा बैठक की।
देवघर : सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सोमवार की शाम देवघर परिसदन में शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों क ेसाथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान कोरोना के कारण पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करने के लिए स्कूल खुलने पर पांच घंटे की जगह सात घंटे क्लास व शनिवार को हाफ डे की जगह फुल डे करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही मैट्रिक व इंटर की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन का काम भी जल्द शुरू किया जाएगा। इसके अलावा जिन कक्षाओं में परीक्षा नहीं हो पाई है उसके छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।
फिल्ड में जाकर रिपोर्ट तैयार करें अधिकारी : शिक्षा मंत्री ने पदाधिकारियों से कहा कि वे एसी कार्यालय में बैठकर रिपोर्ट तैयार करने के बजाय फिल्ड में जाकर वास्तविक स्थिति की जानकारी लें। यहां के शिक्षक काफी मेहनती व जुझारू हैं, लेकिन वे कई तरह की परेशानी झेल रहे हैं जिसे जानने की जरूरत है। निजी विद्यालयों व सरकारी विद्यालयों की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के प्रत्येक बच्चा पर औसतन प्रतिमाह चार हजार रुपया से अधिक खर्च कर रही है। व्यवस्था को संचालित करने के लिए पदाधिकारियों की फौज मौजूद है। फिर भी सरकारी विद्यालयों की स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। जबकि निजी स्कूल प्राचार्य व शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं फिर भी अभिभावकों का झुकाव इसी ओर है। शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए पदाधिकारियों को एक-एक स्कूल गोद लेने की सलाह दी।
सुदूर गांव में होगी अगली बैठक : बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री ने यह जानकारी ली कि कितने बच्चे ऑनलाइन क्लास से जुड़े हैं। जिले में कितने स्कूल हैं, कितने शिक्षक हैं और कितने पद रिक्त हैं। पेयजल, बिजली, शौचालय, एमडीएम आदि की भी जानकारी ली। जहां स्कूल मर्ज किए गए हैं वहां पदाधिकारियों को खुद जाकर लोगों से बात करने को कहा कि यह निर्णय सही था या गलत। उन्होंने कहा कि अगली बैठक किसी सुदूर गांव में होगी।
किसी तरह की परेशानी होने पर तत्काल दें जानकारी : पुस्तक के वितरण के बारे में पूछे जाने पर पदाधिकारियों ने कहा कि कोरोना के संक्रमण के कारण यह कार्य नहीं हो पाया है। इस पर उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें दी जानी चाहिए थी। भविष्य में किसी तरह की परेशानी होने पर तत्काल की इसकी जानकारी देने को कहा और अपना नंबर उपलब्ध कराया। कहा कि देवघर के राम मंदिर स्कूल में चल रहे जमीन विवाद पर कहा कि कोई भी स्कूल की जमीन नहीं हथिया सकता है। प्राइवेट स्कूल के फीस पर कहा कि इसके लिए कमेटी बनाई गई है, और इसके आधार पर आगे निर्णय लिया जाएगा। बैठक में कांग्रेस व जेएमएम नेता की उपस्थिति के बारे में कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर मिलने आए थे। बैठक से कोई लेना देना नहीं है। मौके पर जिला शिक्षा अधीक्षक वीणा कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. माधुरी कुमारी सहित अन्य मौजूद थे।