कोयला चुनने की छूट नहीं मिली तो मजदूर करेंगे काम ठप
चितरा (देवघर) : कोयला चुनकर पेट पालने वाले मजदूरों के पक्ष में कृषि मंत्री रणधीर ¨सह उत
चितरा (देवघर) : कोयला चुनकर पेट पालने वाले मजदूरों के पक्ष में कृषि मंत्री रणधीर ¨सह उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि ओबी डंप में कोयला चुनने पर प्रतिबंध लगा देने से गरीबों और मजदूरों के चूल्हा चक्की पर आफत आ गई है। प्रबंधन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया और कहा कि सात दिनों के भीतर उन्हें कोयला चुनने की छूट नहीं मिली तो मजदूर 23 फरवरी के बाद कोलियरी का चक्का जाम कर देंगे।
मंत्री ¨सह शनिवार को स्थानीय स्टेडियम में मजदूरों की सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पांच छह किलोमीटर की परिधि में बसे गांव के लोग कोलियरी के ओबी डंप में कोयला चुनकर अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी जुगाड़ करते थे। मगर कोलियरी प्रबंधन व सुरक्षा एजेंसियों ने उस पर लगाम कस दिया है। इस कारण उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। इस समस्या से उनलोगों ने अवगत कराया। कहा कि यह कोलियरी इन्हीं गरीब मजदूरों के रहमों करम पर चल रही है। वे कोलियरी के श्रृंगार हैं। इन्हें नजरअंदाज करके कोलियरी चलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने मीडिया में आई कोयला चोरी से संबंधित खबर को भ्रामक करार दिया। कहा कि विरोधियों ने साजिश के तहत गरीबों के पेट में लात मारा है। मुनाफे के सांख्यिकीय आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 17 -18 में कोलियरी का मुनाफा 150 करोड़ था। चालू वित्तीय वर्ष में आज तक ढाई सौ करोड़ मुनाफा हो चुका है। वित्तीय वर्ष 2018 - 19 में 300 करोड़ पार करने का अनुमान है। यदि कोलियरी से कोयले की चोरी हो रही थी तो फिर यह मुनाफा दुगुना कैसे होने जा रहा है। मौके पर हीरालाल यादव, संतलाल रजक, मुन्ना मिश्रा, जुगनू यादव, काजल अड्डी, भीम दास समेत बड़ी संख्या में मजदूर उपस्थित थे ।