Move to Jagran APP

नृपेंद्र हत्याकांड में संदिग्धों से हो रही पूछताछ

जागरण संवाददाता देवघर नृपेंद्र हत्याकांड में पुलिस ने सात लोगों को पूछताछ के लिए हिरा

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 08:28 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 08:28 PM (IST)
नृपेंद्र हत्याकांड में संदिग्धों से हो रही पूछताछ
नृपेंद्र हत्याकांड में संदिग्धों से हो रही पूछताछ

जागरण संवाददाता, देवघर : नृपेंद्र हत्याकांड में पुलिस ने सात लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें कुछ सीमावर्ती बिहार के कटोरिया तो कुछ मोहनपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस को इस हत्याकांड में कुछ अहम सुराग हाथ लगे है। पुलिस हत्या का कारण जानने का प्रयास कर रही है। हत्या लूट के प्रयास में की गई या फिर कटोरिया में नृपेंद्र के स्वजनों का कुछ लोगों से जमीन विवाद से ये घटना जुड़ा हुआ है इसकी जांच की जा रही है। पुलिस मामले से जुड़े हर बिदु की गहन जांच कर रही है।

loksabha election banner

एसडीपीओ पवन कुमार, मोहनपुर थाना प्रभारी कुमार गौरव ने शनिवार को एक बार फिर से घटनास्थल पर जाकर वहां की जांच की। कुछ लोगों से भी पूछताछ की गई। नृपेंद्र के स्वजनों के भी संपर्क में पुलिस लगातार है। हालांकि पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।

मामले की जांच के लिए कई टीम बनी है। पुलिस की तकनीकी टीम भी लगातार मामले की जांच कर रही है। पुलिस की एक टीम उन जगहों पर भी जांच करने गई हुई है जहां घटना के एक दो दिन पहले नृपेंद्र कंपनी के काम के सिलसिले में गए थे। सिगरेट पीने वाला उपयोग करता है लाइटर

घटनास्थल से कुछ दूर से पुलिस ने पांच बीयर, एक शराब की बोतल, कुछ खाली गिलास आदि बरामद किया है। उस जगह के पास जमीन पर सिगरेट का राख बरामद किया गया। हालांकि वहां कोई माचिस की तिल्ली नहीं बरामद की गई। इससे लगता है कि सिगरेट पीने वाला लाइटर का इस्तेमाल करता है। घटनास्थल के ठीक पास एक सिगरेट का खाली डब्बा भी मिला है। पुलिस उसे शराब पार्टी में शामिल युवकों की भी तलाश कर रही है। जानकारी हो कि घटना गुरुवार शाम करीब 6:50 बजे हुई थी। दो बार फोन पर हुई थी बहस

नृपेंद्र की 16 अक्टूबर को दो बार किसी से फोन पर काफी बहस हुई थी। एक बार सुबह करीब नौ बजे और दूसरी बार दिन के करीब 12 बजे। उस दिन वह बिहार के बांका जिले के सुइया थाना क्षेत्र स्थित अपने पैतृक गांव सिताने में था। स्वजनों ने सोचा कि ये उसके डयूटी से जुड़ा मामला है इस कारण उस वक्त किसी ने इस बावत ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन अब उन्हें भी ये बात खटक रही है कि उस दिन वह किससे और किस बात पर फोन पर बहस कर रहा था। क्योंकि नृपेंद्र काफी शांत स्वभाव का था और जल्दी उत्तेजित नहीं होता था। पुलिस भी इस पहलू पर जांच कर रही है। पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार

नृपेंद्र के शव का शुक्रवार की रात उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान परिवार के लोग व काफी संख्या में जानने वाले उपस्थित थे। इस घटना से हर किसी की आंखें नम थी। हर किसी के जेहन में बस एक ही सवाल था कि इतने अच्छे युवक को किसी ने क्यों मार दिया। जबकि उसकी किसी से किसी तरह की कोई दुश्मनी नहीं थी। स्वजनों को भी यह सवाल काफी कटोच रहा है। पुलिस भी इस सवाल का जबाव तलाश रही है। कंपनी हर संभव मदद करने को तैयार

नृपेंद्र मैथन टीएमटी में सेल्स प्रमोटर थे। इस सिलसिले में वह गुरुवार को दुमका के रामगढ़, हंसडीहा आदि इलाके में गए थे। वहां से वह बाइक से वापस देवघर लौट रहा था। मोहनपुर थाना क्षेत्र के रमजोरिया पुल के पास पहले से घात लगाए अपराधियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इस घटना से कंपनी के कर्मी भी काफी आहत हैं। क्योंकि वे लोग भी नृपेंद्र के व्यवहार से काफी खुश रहते थे। कंपनी ने स्वजनों की हर संभव मदद करने की बात कही है। नृपेंद्र अपने पीछे पत्नी, एक तीन वर्ष की बेटी व एक वर्ष का बेटा छोड़ गए हैं। स्वजनों से मिलने कंपनी के प्रतिनिधि उसके गांव भी गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.