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महिलाओं की साक्षरता दर ¨चताजनक

संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर) : सीपीडब्ल्यूडी द्वारा 11.20 करोड़ की लागत से राजाभिठा में

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Dec 2018 07:40 PM (IST)Updated: Sun, 23 Dec 2018 07:40 PM (IST)
महिलाओं की साक्षरता दर ¨चताजनक
महिलाओं की साक्षरता दर ¨चताजनक

संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर) : सीपीडब्ल्यूडी द्वारा 11.20 करोड़ की लागत से राजाभिठा में नवनिर्मित केंद्रीय विद्यालय भवन का उद्घाटन रविवार शाम सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने किया। मौके पर उन्होंने कहा कि जल्द ही देवघर एवं महागामा में केंद्रीय विद्यालय निर्माण के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजेंगे। गोड्डा संसदीय क्षेत्र में साक्षरता दर पर ¨चता व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी के 72 साल बाद भी गोड्डा में 40 व देवघर में 54 फीसद लोग ही साक्षर है। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं का साक्षरता दर बहुत कम है। गोड्डा में केवल 25 व देवघर में 35 फीसद महिलाएं साक्षर है। इस इलाके में किसी भी तरह का उद्योग नहीं होने के कारण रोजगार के लिए युवाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रोजगार का कोई साधन मुकम्मल तौर पर उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोग अपने बच्चों को सही तालिम नहीं दिला पा रहे हैं।

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कहा कि इस संसदीय क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कमी केवल रोजगार और समुचित शिक्षा व्यवस्था की है। सांसद ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क सहित तमाम बुनियादी आधारभूत संरचनाओं को लेकर राजनीति नहीं होने की बात कही। इन व्यवस्थाओं में राजनीति अड़चन होने के कारण समुचित विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी जिला में केंद्रीय विद्यालय का निर्माण होगा। सांसद ने कहा कि सैकड़ों सरकारी भवन बना तो दिया गया है लेकिन उपयोग नहीं होने की वजह से अधिकांश भवन खाली पड़े हैं। करोड़ों की राशि बर्बाद हो गई है। इसपर सरकार को पूरा ध्यान देने की जरूरत है। सरकारी व्यवस्था के कारण ही शिक्षक को ही ठेकेदार बना दिया गया। बड़े-बड़े बि¨ल्डग बना दिए गए, लेकिन शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों को तालीम नहीं मिल पा रही है। 11 साल बाद मिला विद्यालय को अपना भवन : केंद्रीय विद्यालय संगठन संभाग रांची के एसी एके पांडे ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय एक ऐसा विद्या का मंदिर है जहां बच्चों को सर्वागीण विकास का तालीम दिया जाता है। उन्होंने कहा कि 11 साल बाद केंद्रीय विद्यालय का अपना भवन का उद्घाटन हुआ है। इस लिहाज से आज का दिन ऐतिहासिक है। इसके पूर्व स्कूली छात्राओं ने स्वागत गीत व नृत्य की प्रस्तुति कर अतिथियों का अभिनंदन किया।

600 बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था : नवनिर्मित विद्यालय में 600 विद्यार्थियों के एक साथ पढ़ने की व्यवस्था है। 5 एकड़ में निर्मित इस विद्यालय भवन में कुल 31 कमरे हैं। जिसमें 12 कक्षा, 3 विज्ञान प्रयोगशाला, 1 कंप्यूटर प्रयोगशाला व अन्य कार्य के लिए अलग-अलग कमरे हैं। जबकि 1 क्वार्टर प्राचार्य एवं 8 क्वार्टर शिक्षक एवं कर्मियों के लिए है। उन्होंने कहा कि 14 जनवरी से नवनिर्मित विद्यालय में पठन-पाठन कार्य शुरू हो जाएगा।

ये भी थे मौजूद : विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद मोतीलाल द्वारी, जेपीएस विद्यालय के निदेशक भारतेंदु दुबे, केंद्रीय विद्यालय धनबाद के ¨प्रसिपल संजीव सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी योगेंद्र प्रसाद, एसडीपीओ अर¨वद उपाध्याय, अंचलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस निरीक्षक सत्येंद्र प्रसाद, भाजपा नेता संजय यादव, हेमंत नारायण ¨सह, दिलीप वर्मा, रवी रवानी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष अभयानंद झा, जिला उपाध्यक्ष मुन्ना ¨सह, मधुपुर केंद्रीय विद्यालय प्रभारी प्राचार्य वासुदेव दास, वरिष्ठ शिक्षक अशोक कुमार दुबे, कुमार सच्चिदानंद, नीलम कुमारी, ललित कुमार, व्योम केशव, उपेंद्र ठाकुर, विनय वर्मा, अंजनी ¨सह, युवा समाजसेवी किशन बथवाल सहित अन्य मौजूद थे।


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