वन कर्मियों का हाथ, पहाड़ों पर रहने वालों के साथ
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड में बीते 23 मार्च से लॉकडाउन है। ऐसे में रोज कमाकर परिवार की गाड़ी खींचने वालों के समक्ष भरण-पोषण का गंभीर संकट खड़ा हो गया है।
देवघर : कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए झारखंड में बीते 23 मार्च से लॉकडाउन है। ऐसे में रोज कमाकर परिवार की गाड़ी खींचने वालों के समक्ष भरण-पोषण का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। प्रकृति के निकट पहाड़ों पर रहनेवालों के समक्ष भी कुछ ऐसी परेशानी सामने हैं। ऐसे में वन विभाग के पदाधिकारियों व कर्मियों ने इनकी सुध ली। विभाग के पदाधिकारियों व कर्मियों ने अपने वेतन की राशि से से डिगरिया पहाड़ पर स्थित बायोडायवर्सिटी पार्क के आसपास रहनेवाले ग्रामीणों की मदद की। यह सहयोग वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रेमजीत आनंद के नेतृत्व में किया गया। वन पदाधिकारी व कर्मियों ने गुरुवार को पहाड़ पर पहुंचकर ग्रामीणों को राहत सामग्री प्रदान की। इस दौरान तकरीबन 50 ग्रामीणों को चावल, दाल, आटा, आलू, हल्दी, सरसो तेल, नमक व साबुन उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर वन क्षेत्र पदाधिकारी एसडी सिंह, वनपाल राजेंद्र प्रसाद राम, मुखिया संजू मुर्मू, आशुतोष, कुमार शशिभूषण, विकास कुमार यादव, शंकर शील, संजीव कुमार, तपन कुमार मिश्रा, अजय कुमार, निलेश रंजन व कृष्णानंद तिवारी आदि मौजूद थे। संकट की घड़ी में कोई भूखे ना सोए भारत मिशन एक सौ करोड़ वृक्ष के प्रदेश संयोजक चमन कुमार के नेतृत्व गुरुवार को शहर के आसपास के ग्रामीणों इलाकों में राहत कार्य चलाया गया। जिसमें जरूरतमंद ग्रामीणों को खाने-पीने का सामान दिया गया है। संगठन के सदस्यों ने संकल्प लिया कि महामारी के इस संकट में सभी एक होकर जरूरतमंद परिवारों तक राशन पहुंचाने का काम करेंगे। ताकि इस मुश्किल वक्त में कोई भी परिवार भूखे ना सोए। इस मौके पर पप्पू यदुवंशी, निशांत शेखर, राजा राज, आशीष राज, ओझा आदित्य व पप्पू भारतीय आदि मौजूद थे।