मलेरिया का लक्षण दिखे तो फौरन करें जांच
जागरण संवाददाता देवघर मास फीवर सर्वे पखवारा कार्यक्रम चलाने को लेकर गुरुवार को जिला व
जागरण संवाददाता, देवघर : मास फीवर सर्वे पखवारा कार्यक्रम चलाने को लेकर गुरुवार को जिला व प्रखंड के सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। आनलाइन माध्यम से प्रशिक्षण सिविल सर्जन सह जिला भीबीडी (वैक्टर वोर्न डिजिज) पदाधिकारी डा. सीके शाही की उपस्थिति में दी गई। प्रशिक्षण का आयोजन राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी वेक्टर जनित रोग नियंत्रण झारखंड रांची के निर्देश के आलोक में दी गई। जिला भीबीडी सलाहकार डा. गणेश कुमार ने अस्पताल में जांच अथवा इलाज कराने आने वाले पिछले तीन वर्षों के दौरान मलेरिया लक्षण से संबंधित रोगी व पाजिटिव रोगियों का पता उनके गांव-घर जाकर लगाने को कहा। गांव या वार्ड के टोला-मोहल्ला में जाकर सर्वप्रथम सभी बुखार पीड़ितों का सर्वे करें। लक्षण दिखे तो मलेरिया पारा चेक किट के माध्यम से तुरंत जांच करें। पाजिटिव मिलने पर तत्काल मलेरिया रोधी दवा दें। मरीज की स्थिति का भी आकलन करते रहे। प्रतिवेदन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराएं। बुखार, सर दर्द, बदन दर्द, उल्टी आदि लक्षण वाले रोगियों का मलेरिया रक्तपट्ट संग्रह कर जांच के लिए संबंधित प्रयोगशाला प्रावैधिकी के पास जमा कराएं। जन-समुदाय को मलेरिया से बचाव, लक्षण, निश्शुल्क जांच व इलाज से संबंधित जानकारी भी लोगों को दें। वहीं सीएस ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकोल का पालन कर खोज पखवारा चलाएं। कोई भी गांव छूटे नहीं, इसका ख्याल रखें। हर गांव में सहिया, संबंधित एमपीडब्ल्यू तथा अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता व शहरी क्षेत्रों में एनयूएचएम कर्मी, एएनएम, सहिया, सेविका की मदद से सभी बुखार पीड़ितों की जांच पारा चेक किट से करें। सीएस ने संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी मलेरिया जांच किट, रक्तपट्ट संग्रह के लिए स्लाइड एवं दवा आवश्यक मात्रा में उपलब्धता कराने का निर्देश दिया। ग्रामीणों को टीका लेने, मास्क पहनने, हाथों की सफाई, सप्ताह में एक दिन जल जमाव वाले जगह को सूखाने के लिए सूखा दिवस मनाने व मच्छरों के काटने से अपने- आप को बचाने के लिए मच्छरदानी में सोने, शरीर को पूरी तरह ढ़कने वाले कपड़े पहनने, घर के खिड़की तथा दरवाजे में जाली लगवाने, शाम तथा सुबह में इसे बंद रखने, बर्तनों, टायरों, कूलर, बाल्टी, फूलदान, फ्रीज ट्रे में पानी जमा नहीं होने देने के लिए भी प्रेरित करने का निर्देश दिया।