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मामूली बात को लेकर झगड़े ने ले ली थी छात्र की जान

देवघर बावनबीघा मोड़ के समीप 17 मार्च की शाम हुए दसवीं के छात्र लक्की हत्याकांड का उद्भे

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Mar 2019 06:19 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 06:19 PM (IST)
मामूली बात को लेकर झगड़े ने ले ली थी छात्र की जान
मामूली बात को लेकर झगड़े ने ले ली थी छात्र की जान

देवघर : बावनबीघा मोड़ के समीप 17 मार्च की शाम हुए दसवीं के छात्र लक्की हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया गया है। पुलिस का दवा है कि कांड में शामिल सभी आरोपितों को देसी कट्टा, एक जिदा कारतूस व पांच मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के 48 घंटे बाद ही एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव व उनकी टीम ने कांड में शामिल आरोपितों को उनके छिपने के ठिकानों से गिरफ्तार किया है। बताया कि हत्या के पीछे पूर्व में हुई मामूली बात को लेकर हुए झगड़ा ही मुख्य कारण रहा था। तीन बार में लक्की का आरोपितों के साथ किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसी बात को लेकर उसकी हत्या कर दी गई थी। सभी आरोपितों के खिलाफ हत्या व आ‌र्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं मामले में नामजद आरोपित प्रशांत झा, सूरज कुमार, सिद्धार्थ कुमार व सरलेश कुमार के खिलाफ हत्या में शामिल होने के साक्ष्य नहीं मिलने की वजह से सभी को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।

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इनकी हुई गिरफ्तारी: कांड में पुलिस ने जिन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उसमें नगर थाना क्षेत्र स्थित राममंदिर रोड निवासी अभिषेक शर्मा, कुंडा थाना क्षेत्र के हाथीपहाड़ मोहल्ला निवासी कौशल जयसवाल, नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बरमसिया रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी पंकज कुमार, राजाबगीचा निवासी प्रिस वर्मा उर्फ लच्छू व हरिशरणम कुटिया निवासी अमित कुमार सिंह शामिल है। बताया जाता है कि दुर्गापूजा व शिवरात्रि के दौरान कौशल और विकास उर्फ लक्की के बीच झगड़ा हुआ था। इसी बात का बदला लेने के लिए लक्की की हत्या कर दी गई। घटना में शामिल लच्छू के पिता बाबा मंदिर के संस्कार मंडप में फुल बेचने का काम करते हैं। बताया गया कि घटना को अंजाम देने के लिए सभी आरोपित टावर चौक से पैदल ही घटनास्थल पहुंचे थे। जहां लक्की को दो गाली मारी गई थी। गोली चलाने वालों में अभिषेक व लच्छू शामिल थे। गोली मारने के बाद दोनों एक साथ देवघर से बाहर चले गए थे। जबकि अन्य आरोपित देवघर में ही छिपे थे। 1500 रुपये में खरीदी गई कट्टा से ली गई जान घटना को अंजाम देने के लिए आरोपितों ने चार माह पूर्व शिबू श्रृंगारी से 15 सौ रुपये में देसी कट्टा खरीदा था। जिसे छापेमारी के दौरान आरोपित के घर से बरामद किया गया था। पुलिस ने घटनास्थल से कट्टा का टूटा हुआ बैरल बरामद किया गया था। पुलिस उस हथियार को बरामद करने में असफल रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसे भी बरामद कर लिया जाएगा। इस हत्याकांड के बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इसमें नगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मदन कुमार ठाकुर, एसआइ जैनुल आवेदिन, एएसआइ रामानुज सिंह, श्रीकांत वाजपेयी, संजय कुमार शर्मा, विजय कुमार मंडल व मदन चौधरी सहित आरक्षी रियाजुल हक, डॉन सुड़ी, अखिल कुमार पांडेय को शामिल किया गया था।

वर्जन

घटना को 48 घंटे के अंदर ही पटाक्षेप कर लिया गया है। एसडीपीओ व उनकी टीम ने कांड को सुलझाने में काम किया है। टीम को रिवार्ड देने की अनुसंशा पुलिस महानिदेशक से की गई है। मामूली बात को लेकर पूर्व में हुए झगड़े का बदला लेने के लिए लक्की की हत्या कर दी गई थी।

नरेन्द्र कुमार सिंह एसपी, देवघर


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