सरकारी व प्राइवेट एंबुलेंस में लगेगा जीपीएस
सड़क हादसा के दौरान घायल व्यक्ति को तुरंत एंबुलेंस से स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की आवश्यकता होती है लेकिन संबंधित घटनास्थल से समीप एंबुलेंस के नहीं रहने की वजह से मौके पर पहुंचने में देर हो जाती है।
देवघर : सड़क हादसा के दौरान घायल व्यक्ति को तुरंत एंबुलेंस से स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की आवश्यकता होती है लेकिन संबंधित घटनास्थल से समीप एंबुलेंस के नहीं रहने की वजह से मौके पर पहुंचने में देर हो जाती है। ऐसे में कई बार घायल को वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्र तक लाया जाता है। वहीं कई बार तो घायल को पुलिस वाहन या यात्री वाहन से अस्पताल तक लाया जाता है। एंबुलेंस के वास्तविक स्थल का पता लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जीपीएस सिस्टम लगाने की तैयारी में जुट गई है। यह जीपीएस सिस्टम ना केवल सरकारी एंबुलेंस में लगाया जाएगा बल्कि प्राइवेट एंबुलेंस को भी इस प्रणाली से जोड़ा जाएगा। इसको लेकर विभागीय स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई। इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार ने जिला के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र (अनुमंडल अस्पताल, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) सहित जिला के सभी निजी क्लीनिक, अस्पताल, नर्सिंग होम, आइएमए के सचिव, बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के व्यवस्थापक, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के व्यवस्थापक को पत्राचार किया गया। इसमें कहा गया है कि पत्र प्राप्ति के तुरंत बाद एंबुलेंस को जीपीएस सिस्टम से जोड़ा जाए। जीपीएस सिस्टम लगाने के पीछे विभाग ने इसे आम जनता से जुड़ा मामला बताया है। जीपीएस से लैस होने के बाद एंबुलेंस के वास्तविक स्थल का पता लग सकेगा और सड़क हादसा होने की स्थिति में घायल व्यक्ति को तुंरत स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जा सकेगा। इससे समय पर इलाज नहीं होने की वजह से घायल के साथ होने वाली अनहोनी को रोकने में काफी मददगार साबित होगी।