अवैध चिप्स का धंधा करने वाला सरगना समेत पांच गिरफ्तार
बुधवार को मोहनपुर पुलिस ने अवैध चिप्स का धंधा व चिप्स लदे ट्रक पासिग करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
मोहनपुर : बुधवार को मोहनपुर पुलिस ने अवैध चिप्स का धंधा व चिप्स लदे ट्रक पासिग करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना सहित आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह झारखंड, बिहार व बंगाल मे अवैध रूप से चिप्स का ट्रक पासिग करता था। थाना प्रभारी कैलाश कुमार ने कहा कि वह मंगलवार की रात एएसआइ मुकेश कुमार सहित अन्य पुलिस बल के साथ गश्ती पर निकले थे। इसी क्रम में देवघर-दुमका मुख्य पथ पर डूमरथर के पास एक ट्रक खड़ा था। जब वहां जाकर छानबीन किया गया तो ट्रक पर चिप्स लदा था। कागजात की मांग की गई तो चालक ने उग्र होकर कहा कि ट्रक व चिप्स गौतम का है। जब गौतम के बारे में पूछा गया तो चालक ने फोन लगा दिया और गौतम से बात कराया। फोन पर गौतम भद्दी-भद्दी गालियां देने लगा और कहा कि चिप्स ट्रक पकड़ा तो जान से मार देंगे। जब उस मोबाइल नंबर का लोकेशन लिया तो वह चंदना ठाड़ी मोड़ के पास पाया गया। जब पुलिस की टीम वहां पहुंची तो देखा कि एक बिना नंबर के स्कॉर्पियो खड़ी थी। उसमें पांच लोग सवार थे और चिप्स लदे ट्रक को पासिग करा रहे थे। पुलिस ने सबको घेर कर गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में गौतम कुमार वर्मा गिरोह का सरगना है और बिहार के शेखपुरा जिला के चयवाड़ा का रहने वाला है। वर्तमान मे दुमका में रहकर अवैध चिप्स का कारोबार चलाता है। साथ में बिहार के नालंदा जिला के चांडिल थाना क्षेत्र के डिहरा निवासी सुबोध साह, लखीसराय जिला के सूर्यगढ़ा निवासी विक्रांत वर्मा, लखीसराय जिला के कछियाना निवासी संतोष कुमार व मुंगेर जिला के गंगटामोड़ थाना क्षेत्र के जमघट निवासी संजीव को भी गिरफ्तार किया गया। वहीं ट्रक चालक दुलारचंद्र यादव व उप चालक संजीत यादव को जेल भेज दिया। इनके पास से छह मोबाइल, एक बिना नंबर का स्कॉर्पियो व अवैध चिप्स से लदा ट्रक जब्त किया गया है।
बताया कि यह गिरोह रोजाना सैकड़ों की संख्या में अवैध चिप्स लदा ट्रक को पासिग करता था जो ट्रक बिहार, झारखंड व बंगाल जाते थे। बताया कि जब ट्रक दुमका रामपुरहाट से चिप्स लेकर निकलती थी तो ये लोग इसकी रेकी करते थे और पुलिस से बचा कर पासिग कराते थे। बताया कि इस गिरोह से कई विभाग के बड़े छोटे अधिकारी मैनेज थे। पुलिस इन सबका मोबाइल नंबर खंगाल रही है।