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18 वर्ष के दिव्यांगों का सर्वे कर जोड़ें सूची में नाम

प्रखंड सभागार में बुधवार को सीडीपीओ पूनम सिन्हा ने आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ मासिक समीक्षा बैठक कर कई निर्देश दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Oct 2019 04:33 PM (IST)Updated: Thu, 24 Oct 2019 06:31 AM (IST)
18 वर्ष के दिव्यांगों का सर्वे कर जोड़ें सूची में नाम
18 वर्ष के दिव्यांगों का सर्वे कर जोड़ें सूची में नाम

मधुपुर: प्रखंड सभागार में बुधवार को सीडीपीओ पूनम सिन्हा ने आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ मासिक समीक्षा बैठक कर कई निर्देश दिया। विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी सेविकाओं को पोषक क्षेत्र में 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले दिव्यांगों का सर्वे कर मतदाता सूची में नाम अंकित कराने का निर्देश सीडीपीओ ने दिया। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने की बात कही। धात्री एवं किशोरियों की पहचान करने, प्रत्येक माह एमपीआर में कुल जनसंख्या और वर्तमान माह में जन्म लेने वाले बालक-बालिका की संख्या अनिवार्य रूप से जमा करने का निर्देश दिया गया। सीडीपीओ ने प्रत्येक माह में कलस्टर को-ऑíडनेटर के साथ पंचायत स्तर पर सभी सेविकाओं की बैठक कर बालक-बालिका का जन्म संबंधी प्रतिवेदन लेकर अपने क्षेत्र के एएनएम से मिलान कर पंचायत भवन में गुड्डा-गुड्डी कोड में दर्ज करना कराने को कहा।

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प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लिए प्रथम गर्भवती की सूची अपने अपने पोषक क्षेत्र में लाभुकों का चयन कर तीन दिनों के अंदर सूची जमा करने के लिए कहा गया। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना 2019-20 यानि जो लाभुक 2019 में पास आउट हुए हैं उनका आवेदन अविलंब लेकर जमा करने का निर्देश दिया गया। बैठक में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के लिए निर्धारित लक्ष्य पूरा नहीं होने के कारण सेविकाओं को कड़ी फटकार लगाई गई। सभी सेविकाओं को कन्यादान का आवेदन हरहाल में जमा करने को कहा गया। कहा गया कि पंचायत में कन्यादान का निबंधन पंचायत सचिव करेंगे। सेविकाओं को पुन: जीवन ज्योति बीमा योजना, स्वास्थ्य बीमा योजना और अभिकर्ता बीमा योजना प्रपत्र भरकर कार्यालय में जमा करने को कहा गया। अति कुपोषित बच्चों का पहचान कर अनुमंडल अस्पताल स्थित कुपोषण उपचार केंद्र में रेफर करने का निर्देश दिया गया। प्रत्येक माह के पांच तारीख को सुपरवाइजर के समक्ष पोषाहार अभिश्रव जमा करने, छह वर्ष से अधिक उम्र के विद्यालय से बाहर रहने वाले बच्चों के नामांकन के लिए अभिभावकों से मिलकर प्रेरित करने, आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने, पंजियों के रखरखाव व अद्यतन रखने, केंद्र परिसर की समुचित साफ सफाई रखने, लाभुकों की सूची आधार नंबर के साथ अद्यतन करने, पोषाहार कार्यक्रम नियमित रखने, सेविका एवं सहायिका को ड्रेस कोड का पालन सुनिश्चित करने, भवनविहिन केंद्र के लिए भूमि चयन कर दाग नंबर के साथ प्रस्ताव उपलब्ध कराने के अलावा केंद्रों में पानी की सुविधा की समीक्षा की गई। इस दौरान सेविकाओं को एमपीआर की शत-प्रतिशत रिपोर्ट जमा करने एवं विद्यालय नहीं जाने वाली किशोरियों की संख्या की सूची आधार कार्ड के साथ जमा करने का निर्देश दिया गया। मौके पर सुपरवाइजर निवेदिता नटराज, सालोन्ती हेंब्रम, सरिता कुमारी, सेविका इंदु देवी, लता कुमारी प्रमिला देव्या, लुसीना बास्की, रुकमणी हेंब्रम, मीनू देवी, रेखा देवी, संगीता देवी, सुनयना देवी, ममता देवी, अनिता कुमारी संगीता कुमारी, रीना दास, अमिता ठाकुर, बसंती मुर्मू आदि सेविकाएं मौजूद थीं।


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