कृषि ऋण लेने वाले किसानों पर प्राथमिकी, गिरफ्तारी के भय से पलायन
गांव के अन्य किसानों ने कहा कि गांव के अधिकतर किसान कृषि बीमा कराया थे लेकिन बीमा की राशि भी प्राप्त नहीं होने के कारण बैंक का ऋण नहीं दे पाए
संवाद सहयोगी, जसीडीह : देवघर प्रखंड क्षेत्र के खंडहरा नावाडीह गांव में कृषि ऋणधारकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद भयभीत किसान घर छोड़कर पलायन कर गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार किसान रंजीत राय, उमेश चंद्र राय, दिलीप राय, संजय राय, गिरीश पंजियारा समेत लगभग 40 किसान 2009-11 के दौरान 20 से 50 हजार के बीच देवघर स्थित भारतीय स्टेट बैंक बजरंगी चौक से कृषि लोन लिए थे। लेकिन लगातार तीन वर्षों तक क्षेत्र में सूखा पड़ने के कारण किसान बैंक का ऋण नहीं दे पाए। गांव के अन्य किसानों ने कहा कि गांव के अधिकतर किसान कृषि बीमा कराया थे लेकिन बीमा की राशि भी प्राप्त नहीं होने के कारण बैंक का ऋण नहीं दे पाए। इधर ऋण बकाया को लेकर बैंक की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद इनके खिलाफ वारंट निर्गत किए जाने की खबर है जिसकी वजह से अधिकतर किसान घर छोड़कर पलायन कर गए हैं। वहीं कई किसानों ने बैंक कर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्राथमिकी दर्ज कराने के पूर्व बैंक अधिकारियों की ओर से किसानों को इस प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है। किसानों ने बताया कि बैंक अधिकारी गांव में कैंप लगाकर छोटी किस्त के माध्यम से ऋण वसूल करें जिससे किसानों को बड़ी राहत मिल सकती है।