संविधान के दायरे में रहना सबकी नैतिक जिम्मेदारी
देवघर संविधान दिवस के मौके पर गुरुवार को यहां के विद्यालय व महाविद्यालयों में कई कार्यक्र
देवघर : संविधान दिवस के मौके पर गुरुवार को यहां के विद्यालय व महाविद्यालयों में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विद्यालयों में संविधान की उद्देशिका पढ़ते हुए इसके अनुपालन का संकल्प लिया गया। वहीं विभिन्न थाना व सरकारी कार्यालयों में भी अनुपालन का संकल्प लिया गया। कोविड-19 के मद्देनजर यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया। वहीं देवघर महाविद्यालय में सांस्कृतिक परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बसंत कुमार गुप्ता ने भारत के मूल में अंतनिर्हित राष्ट्र की संकल्पना के संदर्भ में भारतीय संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि संविधान के दायरे में रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करना सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। प्रो. अखिलेश कुमार तिवारी ने संविधान की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक व्याख्या की। प्रो. महेश प्रसाद सिंह ने संविधान सभा की उपादेयता व उपलब्धियों की चर्चा की। डॉ. मनीष झा ने संविधान की आत्मा व उसके मूल चरित्र पर प्रकाश डालते हुए मौलिक अधिकारों की चर्चा कर कर्तव्य बोध कराया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राखी रानी ने किया। मौके पर प्रो. ओमप्रकाश सिन्हा, प्रो. वीणा कुमारी व प्रो. मोहन राव आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
एएस महाविद्यालय देवघर के राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से गुरुवार को संविधान दिवस मनाया गया। टीम लीडर राजेंद्र कुमार साव ने सभी स्वयं सेवकों को राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए शपथ दिलाया। राजेंद्र ने कहा कि आज हम सभी को देश के लोकतंत्र की मजबूती के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है, ताकि संविधान निर्माता डॉ. भीमराव का सपना साकार हो सके। डॉ. प्रकाश सिन्हा ने कहा कि हमारा और हमारे देश का आने वाला कल संविधान पर ही टिका है। मौके पर अंजलि केशरी, महेश कुमार, हर्ष राज, राजेंद्र कुमार, खुशी कुमारी, आशा किरण, पूजा कुमारी, अंबिका कुमारी, अमृता कुमारी, रेशम कुमारी, उर्मिला कुमारी, अंशु कुमारी, वर्षा कुमारी, प्रिया वर्मा, लवली कुमारी, खुशबू, अनामिका, कृष्णा सिंह, प्रगति राज, अंनु, स्वाति आदि मौजूद थे।