वेबिनार में आरक्षण रोस्टर की दी गई जानकारी
जागरण संवाददाता देवघर विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों पर भर्ती को ध्यान मे
जागरण संवाददाता, देवघर : विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक पदों पर भर्ती को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से आरक्षण रोस्टर लागू किया जा रहा है। आरक्षण रोस्टर की जानकारी सर्वसुलभ हो, कोई शंका ना हो, इसे लेकर एएस महाविद्यालय की ओर से मंगलवार को प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार झा की अध्यक्षता में वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार का शुभारंभ दुर्गेश नंदन की सरस्वती वंदना से हुआ और स्वागत भाषण डॉ. अशोक कुमार विभागाध्यक्ष, वनस्पति विभाग ने दिया। अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्य ने रोस्टर प्रणाली की जानकारी देते हुए इस विषय को समय अनुकूल बताया। मुख्य अतिथि डॉ. रामभरत ठाकुर, पूर्व विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय एवं मिथिला स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स के संस्थापक सचिव ने आरक्षण के सभी प्रकारों, आर्थिक प्रभावों आदि की जानकारी दी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. संजय कुमार झा, झारखंड सोशियोलॉजिकल सोसाइटी के महासचिव ने शिक्षा, सेना व स्वास्थ में आरक्षण का विरोध किया और कहा कि यह आरक्षण समाज में भेदभाव और वैमनस्यता उत्पन्न करता है। श्रोताओं ने इस मुद्दे पर जमकर प्रश्न पूछे और बहस किए। मनोवैज्ञानिक विश्लेषक डॉ. विनोद कुमार शर्मा, मनोविज्ञान विभाग, एसपी कॉलेज, दुमका ने आरक्षण का लोगों के मन पर पड़नेवाले प्रभावों, इससे आत्महत्या बढ़ती है और समाज में बिखराव कैसे उत्पन्न होता है, इसके बारे में बताया। कानूनी विश्लेषक आदित्य कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता, दिल्ली उच्च न्यायालय ने आरक्षण रोस्टर का जो कानूनी पहलू है उस पर विस्तार से जानकारी दी। देवघर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बसंत कुमार गुप्ता ने भी इसे सराहनीय कदम बताया और कहा कि रोस्टर प्रणाली की जानकारी सभी को होनी आवश्यक है। बगैर जानकारी के इसका पूर्ण लाभ नहीं प्राप्त किया जा सकता है। धन्यवाद ज्ञापन दिनेश चंद्र वर्मा ने किया। बहस में लगभग 60 लोगों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ. अनिल ठाकुर, विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग, ए एस कॉलेज देवघर ने किया। उन्होंने बताया की आरक्षण रोस्टर की जानकारी छात्रों, अभिभावकों एवं सामाजिक लोगों को होना आवश्यक है।