नामांकन शुल्क कम करने की मांग लेकर अभाविप ने कॉलेज में जड़ा ताला
संवाद सहयोगी मधुपुर (देवघर) ग्यारहवीं में नामांकन के लिए अधिक शुल्क लेने के विरोध में म
संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर): ग्यारहवीं में नामांकन के लिए अधिक शुल्क लेने के विरोध में मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मधुपुर महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी। विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र नेताओं ने महाविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे छात्र नेताओं का कहना है कि मधुपुर महाविद्यालय में चल रहे इंटरमीडिएट के नामांकन शुल्क कम करने का आश्वासन पूर्व में महाविद्यालय प्रशासन की ओर से दिया था।
प्रभारी प्राचार्य ने कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन की वजह से आर्थिक स्थिति को देखते नामांकन शुल्क को लेकर हुए कमेटी की बैठक में रखने को लेकर आश्वस्त किया था, ताकि नामांकन शुल्क कम किया जा सके। जिन छात्रों का नामांकन हो चुका है, वैसे छात्रों से बारहवीं में नामांकन के दौरान कम शुल्क लेने की भी बात कही गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। परिषद का आरोप है कि सैनिटाइजर के बहाने छात्रों से अधिक शुल्क वसूला जा रहा है। अभिभावकों को अपने बच्चों को नामांकन कराने के लिए कर्ज तक लेना पड़ रहा है। अधिक शुल्क लगने के कारण अभिभावक कर्ज लेकर अपने बच्चों का नामांकन कराने को मजबूर हैं। परिषद ने पिछले वर्ष की तरह ग्यारहवीं के नामांकन शुल्क करने, बारहवीं में नामांकन के समय शुल्क कम करने को लेकर प्रभारी प्राचार्य लिखित रूप से देने की मांग की। नामांकन कमेटी की बैठक में शुल्क कम करने को निर्णय नहीं लेने पर मधुपुर महाविद्यालय में अनिश्चितकालीन तालाबंदी करने की चेतावनी दी गई।
मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सुमित यादव, सुदामा यादव, अंकित श्रीवास्तव, नीरज ठाकुर, सूरज कुमार, तस्लीम अंसारी, सद्दाम अंसारी, अरूण शर्मा, सोनू कुमार, दीपक शर्मा, अजय दास, करण दास, कर्ण कुमार, राहुल कुमार, आयुष शरण, अंकित राठौर, हिमांशु शेखर, रितेश यादव, विशाल यादव, विकास मंडल, अभिषेक तिवारी, चंदन यादव, हसन अंसारी, रमेश मंडल, सोनू शर्मा, विकास मंडल, नीरज ठाकुर सहित अन्य मौजूद थे। ------------------
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा लगाए गए तमाम आरोप निराधार है। जैक के निर्देश और मापदंड के अनुरूप नामांकन शुल्क ऑनलाइन लिया जा रहा है। किसी भी तरह की फीस बढ़ोतरी महाविद्यालय प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। बेवजह महाविद्यालय प्रशासन को परेशान किया जा रहा है।
डॉ. रत्नाकर भारती, प्रभारी प्राचार्य, मधुपुर महाविद्यालय