डिडाकोली में 301 वर्षों से हो रही मां की अराधना
संवाद सहयोगी करौं (देवघर) डिडाकोली व बसकुपी दुर्गा मंदिर में शनिवार को ब्राह्मणों के
संवाद सहयोगी, करौं (देवघर) : डिडाकोली व बसकुपी दुर्गा मंदिर में शनिवार को ब्राह्मणों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश को स्थापित किया गया। इसके साथ ही यहां दुर्गा पूजा शुरू हो गई है। पूजा को लेकर चहल-पहल बढ़ने लगी है। करौं के विभिन्न दुर्गा मंदिरों में पूजा तीन दिनों तक, जबकि डिडाकोली एवं बसकुपी मंदिर में दुर्गापूजा दस दिनों तक की जाती है। पिछले वर्ष डिडाकोली में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ है। इस कारण यहां दुर्गापूजा विशेष तौर पर आयोजित किया जाता है। डिडाकोली में 301 वर्षों से मां की अराधना की जा रही है। नवरात्र से लेकर दसवीं तक मंदिर में अनवरत रूप से चिराग जलते रहता है। बसकुपी में 43 वर्षों से वैष्णवी दुर्गा पूजा आयोजित होती है। विजयादशमी के मौके पर यहां मेला का आयोजन किया जाता है। दस दिनों तक लगातार दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है।