दुर्गापूजा के उल्लास में टूट गया कोरोना को मात देने का संकल्प
दुर्गापूजा का उल्लास देवघरवासियों पर इस तरह छाया है कि वह कोरोना को हराने का संकल्प ही भूल गए। यह सभी जानते हैं कि शारीरिक दूरी बनाए रखना जरूरी है। भीड़ में कम से कम जाएं यह
जागरण संवाददाता, देवघर: दुर्गापूजा का उल्लास देवघरवासियों पर इस तरह छाया है कि वह कोरोना को हराने का संकल्प ही भूल गए। यह सभी जानते हैं कि शारीरिक दूरी बनाए रखना जरूरी है। भीड़ में कम से कम जाएं यह कोशिश करनी है। खुद की चिता और समाज के लोगों की भी परवाह किसी ने नहीं की। शनिवार को भगवती की आराधना कलश स्थापना के साथ आरंभ हो जाएगी। घर घर में पूजा पाठ होगा। इसे लेकर शुक्रवार को बाजार में अचानक भीड़ उमड़ गई। वह भी इस तरह की लोग इस बात से अनभिज्ञ हो गए कि कोरोना काल चल रहा है। सब्जी मंडी गली में चलने की नहीं थी जगह सब्जी मंडी गली में इतनी भीड़ हो गई कि चलने की जगह नहीं थी। एक दूसरे के बीच फासला इतना कम कि सबको परेशानी हो रही थी। इस गली के मुहाने पर ही फल की दुकान है। पूजा के लिए फल की खरीददारी करने में लोग इतने करीब हो रहे थे कि वह सब कुछ भूल गए। उनको यह भी याद नहीं रहा कि अभी कोरोना का समय है। भीड़ से दूर रहना है। कोई किसी की बात सुनने को भी तैयार नहीं था। एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ आई थी। वह बगल में खड़े एक व्यक्ति से दूर रहने को कह रही थी लेकिन वह अनसुना करता रहा। कबूतर धर्मशाला में टूट गई सारी बंदिश कबूतर धर्मशाला गली काफी संकीर्ण है। तंग गली में ही पूजा की सभी सामग्री मिलती है। यह देवघर का पुराना बाजार है। यह मीना बाजार से सटा हुआ है। सब्जी मंडी को भी यह गली जोड़ती है। पूजा की दुकान पर बहुत भीड़ थी। लेकिन उससे अधिक भीड़ गली में थी। उस पर परेशानी साइकिल और मोटरसाइकिल वालों ने कर दी थी। कोरोना में दूरी बनाने की बंदिश यहां टूट गई थी। उसका पालन कराने वाला कोई नहीं दिखा। प्रशासन की ओर से कहीं कोई कोशिश नहीं दिखी। बाजार में बगैर मास्क के घूम रहे अनुमंडल पदाधिकारी ने जनता को आगाह कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के घर से नहीं निकलेंगे। लेकिन 70 फीसद लोग बिना मास्क के बाजार में घूम रहे थे। कुछ लोगों को मास्क लगाए और भीड़ से बचने की कोशिश करते देखा गया। लेकिन ऐसे लोगों की संख्या कम थी। इससे एक कदम आगे यह कि दुकानदार भी दिखाने के लिए मास्क लगाया था। जबकि दुकानदार को भी मास्क लगाना है और ग्राहक से भी लगाने का आग्रह करना है। परंतु ऐसा कहीं नहीं दिखा। टावर चौक पर भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।