कोयला समेत ट्रक गायब का मामला गहराया
चितरा (देवघर) : 20 जनवरी को 23 टन कोयला लेकर चालक के ट्रक सहित फरार होने का मामला
चितरा (देवघर) : 20 जनवरी को 23 टन कोयला लेकर चालक के ट्रक सहित फरार होने का मामला गहराने लगा है। इस संबंध में कोलियरी प्रबंधन को पत्र लिखकर मजदूर नेता पशुपति कोल ने जांच की मांग की है।
बताया कि ट्रक एनएल 01, 9536 को चालक गिरजा गेट से कोलियरी के अंदर ले गया। यहां 23 टन कोयला लोड कराया गया। बाद में दो नंबर चेक पोस्ट पर उसने ट्रक आउट कराया। उसे बिल व वजन का दस्तावेज के लिए कांटा संख्या दो पर जाना था, लेकिन वह सीधा फरार हो गया। इस संबंध में सुरक्षा प्रभारी रूपेश कुमार ने कहा कि फरार होने की जानकारी तब मिली, जब इसका मिलान विक्रय कार्यालय में किया गया। तब डीओ होल्डर शिवनंदन ¨सह ने सोनू ¨सह ट्रक मालिक व चालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया। अगर ऐसा नहीं होता तो दो लाख का चूना ट्रक चालक लगा चुका होता।
मजदूर नेता पशुपति कोल ने कहा कि इसमें कोलियरी कर्मियों की मिलीभगत है। ट्रक चालक कोयला सहित फरार नहीं हो सकता है। ट्रकों की निगरानी के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल तैनात हैं। पुलिस भी इसकी निगरानी करती है। यह कैसे हुआ। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। हालांकि इस घटना के बाद पुलिस व सुरक्षा बल की चौकसी बढ़ा दी गई है।
कोयला चोरी पर पर्दा डालने को हो रही छापेमारी
बुधवार की शाम केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने छापेमारी कर भारी मात्रा में कोयला बरामद किया है। इससे चर्चा हो रही है कि सुरक्षा एजेंसियों के ही मदद से कोलियरी से कोयला की चोरी हो रही है। अपनी कर्तव्यनिष्ठा उजागर करने के लिए यह छापेमारी की जा रही है। मोनू ¨सह, संतोष राउत समेत अन्य लोगों ने कहा कि कोलियरी से कोयले की चोरी हो रही है तो इसका जिम्मेदार कौन है। छापेमारी कर चोरी पर लगाम लगाने की खानापूर्ति कर देने से कोयला चोरी पर रोक नहीं लगाई सकती है।