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आजादी, बराबरी व सम्मान का अधिकार ही मानवाधिकार

हिंदी विद्यापीठ बीएड कॉलेज में मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से मानवाधिकार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आजादी और सुरक्षा का अधिकार विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 08:01 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 06:15 AM (IST)
आजादी, बराबरी व सम्मान का अधिकार ही मानवाधिकार
आजादी, बराबरी व सम्मान का अधिकार ही मानवाधिकार

देवघर : हिंदी विद्यापीठ बीएड कॉलेज में मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से मानवाधिकार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आजादी और सुरक्षा का अधिकार विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यक्रम पदाधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना नवनीत कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 1948 में 10 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र ने मानवाधिकार पर एक डिक्लियरेशन जारी किया था। मानवाधिकार से तात्पर्य समानता, स्वतंत्रता और शिक्षा जैसे उन मौलिक अधिकारों से है, जिसके हकदार दुनिया के हरेक इंसान हैं। सहायक प्राध्यापिका दुर्गा भौमिक ने कहा कि किसी भी इंसान की जिदगी, आजादी, बराबरी और सम्मान का अधिकार ही मानवाधिकार है। पवन कुमार मंडल, भानू प्रताप, निर्मल व मुन्ना चौधरी ने भी अपने विचारों को रखा। मौके पर उप प्राचार्य रितु रानी, विक्की चौधरी, ओम कुमार, सुषमा सिन्हा, सुनील नरौने, रामदेव प्रजापति, अपर्णा झा, गुंजा कुमारी, मुकेश झा, पंकज सिन्हा, प्रमोद पांडेय, नवनीत निराला, कार्तिक नन्द झा, रवि झा समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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प्रत्येक व्यक्ति को मिलने चाहिए उनके अधिकार

मधुपुर: विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर अधिवक्ता संघ, परिसर में राहुल अध्ययन केन्द्र व ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में मानवाधिकार और हम विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। साथ ही अधिवक्ताओं पर हो रहे हमलों की निदा करते हुए अधिवक्ता सुरक्षा बिल पारित करने की मांग की गई। मौके पर यूनियन के प्रांतीय सह सचिव धनंजय प्रसाद ने कहा कि वर्तमान समय में मानवाधिकार महत्वपूर्ण विषय बन गया है। मानवाधिकार मानव के वो अधिकार है, जो प्रत्येक व्यक्ति को मिलने ही चाहिए। सरकारी एजेंसी के अलावा बहुराष्ट्रीय कंपनियां, माफिया गुट, दलाल, बिचौलिया व कट्टरपंथी समूह द्वारा मानवाधिकार का उल्लंघन किया जाता है। 10 दिसंबर 1948 को अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन हुआ था। तब से इस दिन मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। मौके पर हरि प्रसाद महतो, श्याम सुन्दर वर्मा, दिनेश चौधरी, अनिल सिंह, बालकिशोर दास, नंदकिशोर शर्मा, मो. खालिद जामा खां, महेन्द्र सिंह, भगतराम मंड़ल, केके तिवारी, पूरन महतो, हेमंत सिंह, अवधेश सिंह, नवल सिंह, छोटेलाल दास, अभय आनन्द व अनिल कुमार आदि मौजूद थे।


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