Deoghar: मोहनपुर कस्तूरबा विद्यालय की 47 छात्राएं बीमार... खाने में पकौड़ी, चावल, दाल व सब्जी का किया था सेवन
बीमार छात्राओं का इलाज पहले विद्यालय स्तर पर किया गया। वहीं तीन छात्राओं को उल्टी दश्त व हल्का बुखार की शिकायत होने के बाद इसकी सूचना बुधवार शाम को मोहनपुर सीएचसी प्रभारी डाॅ पीके शर्मा को दी गई। इलाज के लिए मोहनपुर सीएचसी लाया गया।
जागरण टीम, देवघर : जिले के मोहनपुर प्रखंड स्थित कस्तूरबा विद्यालय की 47 छात्राएं बीमार हो गई हैं। इनमें से तीन को इलाज के लिए मोहनपुर सीएचसी लाया गया है। वहीं एक को बेहतर इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बताया जाता है कि मंगलवार रात से ही कुछ छात्राओं ने पेट दर्द, उल्टी व दश्त की शिकायत की थी। देर रात ये परेशानी बनी रही। बताया जाता है कि इन छात्राओं ने मंगलवार को पकौड़ी व बुधवार को चावल, दाल व सब्जी खाया था।
बीमार छात्राओं का इलाज पहले विद्यालय स्तर पर किया गया। वहीं तीन छात्राओं को उल्टी, दश्त व हल्का बुखार की शिकायत होने के बाद इसकी सूचना बुधवार शाम को मोहनपुर सीएचसी प्रभारी डाॅ पीके शर्मा को दी गई। इन तीन छात्राओं खुशबू, मनीषा व भारती को इलाज के लिए मोहनपुर सीएचसी लाया गया। दो को इलाज करने के बाद वापस विद्यालय भेज दिया गया।
जबकि एक को बेहतर इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल भेजा गया। सीएचसी प्रभारी डा पीके शर्मा ने बताया कि अभी फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। छात्राओं के बीमार होने की जानकारी मिलने के बाद सबसे पहले अभिषेक को वहां भेजा गया। बाद में डायरिया रैपिड रिस्पांस टीम को डाॅ. दुर्गेश के नेतृत्व में विद्यालय भेजा गया। टीम ने वहां जो छात्राएं बीमार हुई थी उनके अलावा सभी छात्राओं की जांच की। सभी की स्थिति फिलहाल ठीक है। वहीं सीएससी में डा. विश्वजीत ने तीन छात्राओं का इलाज किया। इलाज करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ये जानने का प्रयास किया कि छात्राओं ने क्या खाया था। डाॅ. पीके शर्मा ने कहा कि बरसात के मौसम में पेट संबंधित ऐसी परेशानी हो सकती है। ये खाना खाने या फिर पानी पीने से भी हो सकता है। छात्राओं में डायरिया जैसे लक्षण नजर आए हैं। वहीं तीन छात्राओं में डिसेंट्री का लक्ष्य पाया गया है। टीम ने विद्यालय के रसोई घर की साफ-सफाई की भी गंभीरता से जांच की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार विद्यालय प्रबंधन के संपर्क में है और सभी छात्राओं के स्वास्थ्य पर करीबी नजर रखी जा रही है।