स्वर्ण मुद्रीकरण योजना में जमा होगा बाबा मंदिर का दो किलो सोना
देवघर : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गोल्ड स्टैंर्ड में इजाफा को लेकर भारत सरकार की स्वण्
देवघर : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गोल्ड स्टैंर्ड में इजाफा को लेकर भारत सरकार की स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम) में झारखंड के देवघर स्थित बाबा मंदिर में भक्तों के चढ़ावे का दो किलो सोना जमा होगा। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने गुरुवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी के समक्ष इसकी जानकारी दी। उपायुक्त ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सोना का बहुत महत्व है। भारत सरकार को हर साल एक हजार टन सोना का आयात करना होता है। जबकि देश के धार्मिक ट्रस्ट के पास तकरीबन बीस टन सोना है। जिसका कोई उपयोग देश के लिए नहीं हो रहा है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर में दान स्वरूप सोना का आभूषण चढ़ावे के तौर पर आता है। जिसे भारत सरकार की स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम) के तहत जमा कराया जाएगा। इससे देश की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा और मंदिर के आय में भी वृद्धि होगी।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक कौशल किशोर ¨सह ने कहा कि इस योजना के तहत मंदिर से प्राप्त आभूषण को आरबीआई के ¨मट में भेजा जाएगा। जहां मंदिर प्रशासन के प्रतिनिधि एवं स्टेट बैंक के अधिकारी की मौजूदगी में उस आभूषण या द्रव्य को 24 कैरेट में गलाया जाएगा। उसके बाद जो भी वजन आएगा उसका एक प्रमाण पत्र मंदिर प्रशासन को दिया जाएगा। योजना में 2.5 फीसद का ब्याज दिया जाता है। ट्रस्ट की मांग पर प्रमाण पत्र के एवज में उस समय के बाजार भाव से सोना या नकद राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। कहा कि मंदिर प्रशासन की ओर से एक सप्ताह में सोना देने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। भारत सरकार ने स्वर्ण मुद्रीकरण योजना को 2015-16 के बजट में इसी मकसद से लाया था कि घर, मंदिर या ट्रस्ट में रखे अनुपयोगी सोना को उपयोगी बनाया जाए। मौके पर जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक आरएसके सिन्हा भी मौजूद थे।
दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी खबर
5 सितंबर को दैनिक जागरण में एक्सक्लूसिव यह खबर प्रकाशित हुई थी कि बाबा मंदिर के चढ़ावे का सोना आरबीआई में जमा होगा। प्रशासन उसकी तैयारी कर रहा है। गुरुवार की दोपहर उपायुक्त, मंदिर प्रभारी सह अपर उपायुक्त अंजनी दुबे के साथ कोषागार का निरीक्षण कर चढ़ावे के लेखा जोखा का मुआयना किया।