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झारखंड के सभी जिलों में होंगे मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजः सीएम

CM Raghubar Das. सीएम रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के हर जिले में मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज होंगे, लेकिन इसके लिए यहां की जनता को थोड़ा धैर्य रखना होगा।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 03:31 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 03:31 PM (IST)
झारखंड के सभी जिलों में होंगे मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजः सीएम
झारखंड के सभी जिलों में होंगे मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजः सीएम

जागरण संवाददाता, देवघर। झारखंड में देवघर पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को हवाई अड्डा के विस्थापितों के लिए नैयाडीह में विकसित हो रहे टाउनशिप वैद्यनाथ नगर का मुआयना किया। वैद्यनाथ नगर के लिए 81.33 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास करते हुए कहा कि राज्य के हर जिले में मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज होंगे, लेकिन इसके लिए यहां की जनता को थोड़ा धैर्य रखना होगा। क्योंकि 14 वर्षों में जो व्यवस्था बेपटरी हो गई है, उसे पटरी पर लाने का प्रयास हो रहा है।

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सीएम ने कहा कि केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार गांव, गरीब, किसान व महिलाओं की चिंता कर रही है। वर्ष 2022 तक किसानों की आय चार गुनी कर दी जाएगी। इसके लिए महिलाओं के एक समूह को इजराइल में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। कहा कि और 14 लाख ग्रामीणों को गैस कनेक्शन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 वर्षों में राजनीतिक अस्थिरता व गठबंधन की राजनीति के कारण राज्य को सिर्फ लूटने का काम किया गया। अन्य राजनीतिक दलों ने संताल परगना को छलने व ठगने का काम किया। आजादी के 67 वर्षों में भी यह प्रमंडल विकास कोसों दूर था। इसलिए अन्य प्रमंडलों की तुलना में संताल प्राथमिकता में रहा है। सोच यह भी थी कि देवघर अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बने, इसके लिए एम्स व अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण किया जा रहा है। जलमार्ग से व्यापार के लिए साहिबगंज में बंदरगाह का काम फरवरी माह तक पूरा कर लिया जाएगा।

सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने केवल विस्थापन दिया, लेकिन उनकी सरकार का नारा है कि पहले पुनर्वास फिर विस्थापन। साथ ही राजस्व विभाग को आदेश दिया गया है कि जहां बसाएं वहां जमीन का पट्टा भी दें ताकि वह जमीन मालिक कहलाएं और किसी तरह का प्रमाण पत्र बनवाने में दिक्कत नहीं हो। विस्थापन अभिशाप नहीं वरदान सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि कोई भी प्रोजेक्ट बगैर जमीन के पूरा नहीं हो सकता है। नैयाडीह में जिस तरह से पुनर्वास किया गया है वह आदर्श है। यह बता रहा है कि विस्थापन अभिशाप नहीं वरदान है।

टाउनशिप में मिलेगी सभी सुविधाएं

उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि बैद्यनाथ नगर को इस तरह सजाया गया है कि यह राज्य के लिए मॉडल बने। 30 एकड़ में सात सौ परिवार को रहने के लिए जमीन उपलब्ध कराई गई है। इसमें सामूहिक विवाह भवन, पानी व सड़क की समुचित व्यवस्था, स्वास्थ्य केंद्र व कौशल विकास केंद्र की भी व्यवस्था की गई है। इन योजनाओं का हुआ शिलान्यास वैद्यनाथ नगर में 81.33 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री ने योजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें 57 लाभुकों के लिए पीएम आवास निर्माण, 492 लाभुकों को मुआवजा भुगतान आदि शामिल है।


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