आज से दो वार्ड से शुरू होगा स्वच्छता अभियान
- स्वच्छता में देवघर को देश का नंबर वन बनाने की पहल शुरू नगर निगम के दो वार्ड में पहले ह
- स्वच्छता में देवघर को देश का नंबर वन बनाने की पहल शुरू, नगर निगम के दो वार्ड में पहले होगा काम जागरण संवाददाता, देवघर: देवघर को इंदौर से आगे ले जाने की मंशा को लेकर उपायुक्त की पहल पर नगर निगम के दो वार्ड एक आठ और दूसरा 14 में मंगलवार से तीन हजार घर में कचरा का सौ फीसद पृथक्करण अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि अभी दो वार्ड से शुरू किया जा रहा है जो जल्दी पूरे 36 वार्ड में शुरू होगा। देवघर को देश का नंबर वन जिला बनाना है। लेकिन यह तभी संभव होगा जब इसे टीम भावना से जन आंदोलन बनाकर मंजिल को पाने का संकल्प लेना होगा।
विशेष स्वच्छता अभियान का आयोजन कर उसे माडल वार्ड बनाया जाएगा। इसमें सबका सहयोग जरूरी है। चल रहे कचरा प्रबंधन प्लांट में कचरे से खाद बनाया जाता है और प्लास्टिक जैसी न गलने वाले कचरे को पुन: उपयोग मे लाने हेतु प्रबंधन किया जाता है। इसके लिए घर और दुकानों के स्तर पर ही कचरा श्रेणी अनुसार अलग रखना बहुत जरूरी है। मंगलवार को इससे जुड़ी कुछ महिलाओं को कूड़ेदान दिया जाएगा। अपील होगी कि नगर निगम से दिए गए हरे ( गलने वाला कचरा ) और नीले ( न गलने वाला कचरा जैसे प्लास्टिक ) रंग के कूड़ेदानों मे सूखा और गीला कचरा अलग कर ही उसे कचरा ले जाने वाली गाड़ी में दे, ताकि इसका सही तरीके से इस्तेमाल किया जा सके।
इसी माह देवघर मार्ट वेबसाइट की होगी लांचिग उपायुक्त ने कहा कि इसी माह देवघर मार्ट के वेबसाइट की लांचिग की जाएगी। यह प्लेटफार्म एक ई कामर्स बाजार है जिससे देवघर के स्थानीय कलाकारों, महिला स्वयं सहायता समूह, सूक्ष्म, लघु, मध्यम और अन्य स्थानीय उद्योगों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बा•ार का मार्ग खोलेगा। प्रशासन द्वारा बांस की वस्तुएं, लोहे की वस्तुएं, कपड़े का समान, संगीत के साधन आदि से लेकर देवघर के प्रसिद्ध पेड़ा बनाने वाले लगभग 50 कारीगरों और कारीगर समूहों को जोड़ा गया है। इसमें महिलाओं और महिला समूहों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्राथमिकता से जोड़ा जा रहा है। पहले चरण में 50 विक्रेता शामिल होंगे। धीरे जिले के सभी कामगारों और हुनरमंद लोगों को जोड़ा जाएगा।
आनलाइन कार्यक्रम में नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, एसएमपीओ सुधा राज मुख्य रूप से थे।