न सोये कोई भूखा, मुहिम में जुटा रोटी बैंक
जासं देवघर रात में फुटपाथ व रेलवे स्टेशन पर रात गुजारने वाले गरीब असहाय दिव्यांग रि
जासं, देवघर : रात में फुटपाथ व रेलवे स्टेशन पर रात गुजारने वाले गरीब, असहाय, दिव्यांग, रिक्शा चलाने वाले लोगों को भोजन कराने की मुहिम रोटी बैंक की द शिवा फाउंडेशन ने 28 नवंबर को शुरुआत की। इसमें फाउंडेशन को इनर व्हील का भी सहयोग मिला। तब से लेकर अब तक रोजाना रात में युवाओं की टोली ऐसे लोगों की खोज में निकलती है। रात में फाउंडेशन के युवा सदस्य घूम-घूमकर ऐसे लोगों को भोजन करा रहे हैं। इन लोगों को हर दो दिनों में बदल-बदल कर भोजन कराया जाता है। दाल-भात सब्जी, पुड़ी-सब्जी, हलुवा व बुंदिया भी खिलाया जाता है। प्रतिदिन एक सौ की संख्या में लोगों को भोजन कराया जाता है। एक दिन के भोजन में 1400 रुपये खर्च हर दिन भोजन के लिए सामग्री और बनाने से लेकर खिलाने तक कुल 1400 रुपये खर्च आता है। इसके लिए फंड की व्यवस्था सदस्य व्यक्तिगत स्तर पर करते हैं। रोटी बैंक के स्थापना के बाद इसमें शामिल सदस्यों से सदस्यता शुल्क के रूप में ली गई राशि से भोजन का प्रबंध होता है। रोटी बैंक में कुल 25 सदस्यों को शामिल किया गया। प्रत्येक सदस्य प्रतिमाह सदस्यता शुल्क के रूप में 101 रुपये से 501 रुपये जमा कराते हैं। सदस्यता शुल्क के रूप में सदस्य स्वेच्छा से राशि देते हैं। सदस्यों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार हो रहा है ताकि भोजन कराने की प्रक्रिया सतत चलता रहे। जन्मदिन व वैवाहिक वर्षगांठ पर भी लोगों कराते हैं भोजन जन्मदिन व वैवाहिक वर्षगांठ पर भी लोग चाहे तो रोटी बैंक से संपर्क स्थापित कर गरीबों को भोजन कराने में अपना योगदान दे सकते हैं। हालांकि कुछ लोगों ने आगे बढ़कर रोटी बैंक को अपना सहयोग दे चुके हैं। लोगों को इसके लिए रोटी बैंक को 1100 रुपये का सहयोग राशि दें कर लोगों को भोजन करा सकते हैं। इनका है अहम योगदान
द शिवा फाउंडेशन की ओर से शशि शेखर जोशी, राहुल रामनाथ पांडेय, पवन पांडेय, रौनक कुमार हर्ष, अभिषेक एस. द्विवेदी, कुंदन कुमार वर्मा, रितेश कुमार मिश्रा और इनर व्हील की ओर से रश्मि मिश्रा, ममता किरण, सारिका साह, डा. मंजू बैंकर, अंजू बैंकर, नीलिमा वर्मा, संगीता, रत्ना श्रीवास्तव, रंजना मुदड़ा, किरण सर्राफ का अहम योगदान रहता है।