कुछ लोगों तक केंद्रित रहा सूबे का विकास
संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर) : स्थानीय राहुल अध्ययन केंद्र में गुरुवार को समारोह पूर्वक क्र
संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर) : स्थानीय राहुल अध्ययन केंद्र में गुरुवार को समारोह पूर्वक क्रांतिवीर बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई। उपस्थित लोगों ने बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। केंद्र के संरक्षक साहित्यकार धनंजय प्रसाद ने कहा कि झारखंड राज्य की स्थापना बिरसा मुंडा जैसे क्रांतिवीर के जन्मदिवस पर की गई है। यह प्रशंसनीय बात है। परंतु इतने वर्ष बीतने के बावजूद आज तक बिरसा के सपनों का झारखंड नहीं बन पाया है जो दुखद है। झारखंड बनने से पूर्व जो समस्याएं बनी हुई थी। जल, जंगल, जमीन से यहां की मूल वासियों व आदिवासियों को वंचित रखा गया है। कई आदिवासी भी मुखिया बनाए गए और गैर आदिवासी भी। कई तरह का प्रयोग किया जा चुका है। परंतु आम आदमी को आज भी झारखंड बनने से विशेष लाभ नहीं मिल रहा है सिर्फ कुछ सत्तासीन लोग ही लाभान्वित हो पाए हैं। आम आदमी आज भी फटेहाल और कंगाल है। महिलाएं दूसरे प्रांत में जाकर शोषण का शिकार हो रही है। वर्तमान सरकार भी अन्य सरकारों की तरह विकास का ¨ढढोरा पीट रही है। ऐसे में बिरसा जैसे क्रांतिवीर का याद आना लाजमी है। सुखदेव, निसार, बसंत, सुधीर व अन्य लोगों ने भी बिरसा मुंडा की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए अपनी बातों को रखा।