योग से संजोग करा रहीं अंजना
दुमका-देवघर मुख्य पथ पर स्थित है झौंसागढ़ी। पथ से ठीक सटे ही एक भवन में अहले सुबह से ही सिर्फ आधी आबादी योगाभ्यास करने आती हैं।
जासं, देवघर : दुमका-देवघर मुख्य पथ पर स्थित है झौंसागढ़ी। पथ से ठीक सटे ही एक भवन में अहले सुबह से ही सिर्फ आधी आबादी योगाभ्यास करने आती हैं। कोई बाजला चौक के इलाके से तो कई टावर चौक के इलाके से। कोई सुबह की माíनंग वाक करते तो किसी को छोड़ने घर के सदस्य आते हैं। खास बात यह कि ये महिलाएं पूरे अनुशासित तरीके से यहां योगाभ्यास व प्राणायाम करती हैं। योग व प्राणायाम से अंजान यहां आने वाली महिलाओं का योग से संजोग कराने वाली योग गुरु अंजना बजाज कहती हैं कि महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता समाज के लिए सुखद संकेत है। घर की दहलीज से बाहर निकलने में संकोच करने वाली महिलाएं जब खुद के फिटनेस को लेकर अलर्ट हो जाएं तो समझ लीजिए की यह आधी आबादी की मानसिकता में बदलाव है। अंजना कहती हैं कि योग के प्रति महिलाओं का तेज झुकाव न सिर्फ एक सुखद संकेत है बल्कि यह भावी पीढ़ी के लिए भी प्रेरणादायी है। अंजना बताती हैं कि वे 2004 से ही देवघर में योग के प्रचार-प्रसार में जुटी हैं। कहती हैं कि देवघर में पहली बार योग शिविर उनके ही माध्यम से लगाया गया था। बिहार स्कूल आफ योग से योग के गुर को सीखने वाली अंजना कहती हैं कि महिलाओं में योग के प्रति आकर्षण बढ़ा है। फिटनेस को लेकर महिलाएं सजग हुई हैं।
गोदुहासन से दूर होती है कब्जियत : गोदुहासन कब्ज के लिए सबसे रामबाण आसनों में से एक है। प्रात:काल हल्का गुनगुना एक से सवा लीटर पानी गोदुहासन की मुद्रा में बैठकर धीरे-धीरे पीना चाहिए। गोदुहासन की मुद्रा में बैठकर गुनगुना जल पीने से आंतों की अच्छी से सफाई होती है। मल जल को अवशोषित कर नरम हो जाता है एवं सहजता से निष्कासित हो जाता है। इससे हमारे शरीर से विजातीय तत्व बाहर निष्कासित हो जाते हैं। जल पीने के पश्चात साधक को कौवाचालासन का भी अभ्यास करना चाहिए जिससे कि पुराना से पुराना कब्ज, मल शरीर से बाहर निष्कासित होना प्रारंभ हो जाता है। इसके नियमित अभ्यास से पाचन तंत्र में भी सुधार होने लगता है। पाचक रसों का स्त्राव एवं निर्माण सामान्य रुप से होने लगता है। मधुमेह कब्ज गैस एसिडिटी जैसे रोगों के लिए यह आसन बहुत खूब योगी एवं सरल है। घुटना दर्द के रोगी इसका अभ्यास नहीं करें। --------------
शरीर में खिचाव से मिली राहत: प्रीति
घरेलू महिला प्रीति अग्रवाल पूरे शरीर में खिचाव महसूस करती थी। वजन भी बढ़ा हुआ था। जब से यहां पर योगाभ्यास कर रही हूं तब से जीवनशैली तनाव मुक्त हो गया है। शरीर में होने वाला खिचाव अब नहीं है। चार महीने में सात किलो वजन कम हुआ है जिससे काफी राहत महसूस कर रही हूं। जीवन को अगर सुखमय बनना है तो योग को अपना साथी बनाएं।
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स्पांडलाइटिस के दर्द से मिला छुटकारा: रीतु
घरेलू महिला रीतु सुल्तानियां बताती हैं कि स्पांडलाइटिस के दर्द से परेशान थी। दर्द के कारण किसी भी काम में मन नहीं लगता था। जब से योग व प्राणायाम के शरण में आई हूं तब से स्पांडलाइटिस का दर्द खत्म हो चुका है। पहले स्पांडइालटिस के दर्द की वजह से किसी काम में मन नहीं लगता था लेकिन अब काफी राहत महसूस करती हूं। योग की वजह से शरीर की चर्बी भी घटी है और मोटापा कंट्रोल हुआ है। सचमुच योग वरदान है और इसे सबको अपनाने की जरुरत है। -----------------
योग से थायराइड की बीमारी कंट्रोल में: अपर्णा
अपर्णा बाजला ने बताया कि योग की वजह से थायराइड की बीमारी कंट्रोल में है। फिटनेस को लेकर माहौल काफी तेजी से बदल रहा है। महिलाएं भी अब अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग हुई हैं। अब पहले वाली बात नहीं है कि महिलाएं घर-परिवार के बीच ही अपनी जीवन बीताना पंसद करती हैं। अब महिलाओं में यह इच्छा बलवती हुई है कि घर-परिवार के साथ खुद का भी ध्यान रखना आवश्यक है। यही वजह भी है कि महिलाएं अब योग, ध्यान, प्राणायाम की ओर से तेजी से झुकीं हैं। सेहतमंद होने के लिए यह जरुरी भी है।
घरेलू महिला
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