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बाबानगरी का होगा कायाकल्प, स्थायी शिवलोक बनेगा

जागरण संवाददाता, देवघर : देश के ख्याति प्राप्त तीर्थस्थलों के कायाकल्प के लिए भारत सरकार द्वा

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Sep 2018 06:48 PM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 06:48 PM (IST)
बाबानगरी का होगा कायाकल्प, स्थायी शिवलोक बनेगा
बाबानगरी का होगा कायाकल्प, स्थायी शिवलोक बनेगा

जागरण संवाददाता, देवघर : देश के ख्याति प्राप्त तीर्थस्थलों के कायाकल्प के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रसाद योजना से बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर का भी कायाकल्प होगा। राज्य सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को 29 अगस्त को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। इन योजनाओं पर 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। योजनाओं के निर्माण की निविदा निकाली जाएगी, इसके बाद कार्य आरंभ होगा।

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बता दें कि दो साल पूर्व इस योजना में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार ने राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगा था। देवघर जिला प्रशासन ने एतिहासिक शिवगंगा के सुंदरीकरण, कांवरिया पथ में धर्मशाला, शिवगंगा के सामने संस्कृत पाठशाला में कंट्रोल कमांड सेंटर एवं संप्रति राय कंपनी मोड़ के निकट शिवलोक निर्माण का प्रस्ताव भेजा था।

बदल जाएगा शिवगंगा तट का स्वरूप

15.65 करोड़ का प्रस्ताव शिवगंगा के सुंदरीकरण को लेकर बनायी गयी है। शिवगंगा से बाबा मंदिर के मुख्य द्वार ¨सह दरवाजा तक लाइट लगेगा। शिव की नगरी में एक आकर्षक त्रिशूल का निर्माण होगा। तट के चारों ओर कलर पेवर्स लगेंगे। बैठने के लिए स्थायी कुर्सियां भी लगेगी। पार्किग कॉम्पलेक्स का निर्माण होना है। पूरा क्षेत्र सीसीटीवी की जद में होगा। कांवरिया पथ में सरासनी के निकट बनेगा हो¨ल्डग प्वाइंट

सावन महीने में प्रतिवर्ष एक महीना तक लाखों रुपये खर्च कर अस्थायी हो¨ल्डग प्वाइंट बनाया जाता है। सरकार इस पर अब तक करोड़ों रुपये खर्च कर चुकी है। लेकिन, अब इस योजना से कांवरिया पथ को भी विकसित किया जाएगा। उबर खाबर पथ पूरी तरह समतल दिखेगा, चलने में भक्तों को आसानी होगी। एक बड़ा हॉल बनाया जाएगा। सामने एक खूबसूरत बगिया होगी, जिससे फूल तोड़कर कांवरिया अपने कांवर की पूजा भी कर सकेंगे। शुद्ध पेयजल के लिए 14 प्वाइंट लगेगा। आधुनिक स्नानागार एवं शौचालय होंगे। पूरे पथ को धूप व पानी से बचने योग्य बनाया जाएगा। पर्यटक सूचना केंद्र व शिवलोक

सावन के महीने में मदरसा से सटी जमीन पर अस्थायी शिवलोक को बसाया गया। चारधाम की प्रतिमूर्ति लगाई गई थी जिसे मुख्यमंत्री ने भी खूब सराहा। यह अभिनव प्रयोग उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने किया। प्रसाद योजना में तीन योजना तो पहले से ही ली गयी थी लेकिन बाद में जिन दो योजना को जोड़ा गया उसमें एक शिवलोक का स्थायी निर्माण है। तकरीबन 10 करोड़ की यह योजना है। यह राज्य सरकार के प्रस्ताव पर लिया गया। इसके साथ शिवगंगा के सामने संस्कृत पाठशाला परिसर में मेला नियंत्रण को 1.91 करोड़ की लागत से कंट्रोल कमांड सेंटर का निर्माण होगा। 3.29 करोड़ पर्यटक सूचना केंद्र, बस पड़ाव में शौचालय एवं स्नानागार बनाया जाएगा। प्रस्ताव के मुताबिक देवघर, जसीडीह रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव एवं कांवरिया पथ में पर्यटन सूचना केंद्र का निर्माण होगा।

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वर्जन

देवघर एक ख्याति प्राप्त तीर्थस्थल है। तीर्थस्थलों के कायाकल्प एवं आध्यात्मिक संव‌र्द्धन के लिए भारत सरकार ने प्रसाद योजना से देवघर की प्रस्तावित योजनाओं के लिए अगस्त में दिल्ली में हुई बैठक में 50 करोड़ स्वीकृत किया है। यह योजना भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की है। पहले तीन योजना ली गयी थी बाद में शिवलोक को भी उसमें शामिल कर लिया गया है।

राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त देवघर।


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