झमाझम बारिश ने रबी फसलों में डाली जान, बढ़ी ठंड
वहीं गेरी गांव के किशुन महतो कहते हैं कि टमाटर के फसलों को थोड़ा नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि जब तक ओलावृष्टि नहीं होगी तब तक मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा। प्रतापपुर प्रखंड के भुज्जी गांव निवासी कृषि सुनील सिंह आनंद कुमार रंजन
चतरा : मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पिछले तीन दिनों से यह स्थिति देखने को मिल रही है। मौसम में आए परिवर्तन से ठंड का असर एक बार फिर बढ़ गया है। रविवार की रात में झमाझम बारिश हुई। वहीं दिन में रिमझिम का असर था। सोमवार को पूरे दिन धूप-छांव का खेल चलता रहा। बेमौसम बारिश से रबी फसलों को लाभ हुआ है। गेहूं, चना एवं दूसरे फसलों के लिए बारिश का पानी अमृत के सामान माना जा रहा है। हालांकि जिस प्रकार से मौसम करवट ले रहा है, उससे ऐसा प्रतीत होता है कि ओलावृष्टि के बाद ही मौसम साफ होगा। सदर प्रखंड के जांगी गांव निवासी देवकी प्रसाद कहते हैं कि बारिश से गेहूं के फसलों का लाभ हुआ है। किसानों को एक से दो सप्ताह तक पटवन की जरूरत नहीं पड़ेगी। खेतों में नमी बरकरार रहेगा। वहीं गेरी गांव के किशुन महतो कहते हैं कि टमाटर के फसलों को थोड़ा नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि जब तक ओलावृष्टि नहीं होगी, तब तक मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा। प्रतापपुर प्रखंड के भुज्जी गांव निवासी कृषि सुनील सिंह, आनंद कुमार रंजन, बिरजू मिस्त्री का मानना है कि इस बारिश से फिलहाल गेंहू की फसल का लाभ पहुंचा है।
वहीं बारिश से शहर में प्रमुख सड़कों का हाल बेहार हो गया है। शहर के पोस्ट ऑफिस और एसबीआई बैंक की पास की सड़क की स्थिति अत्यंत खराब है। यही हाल दूसरे सड़कों का भी है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. रंजय कुमार सिंह ने बताया कि इस बारिश किसी भी फसल का नुकसान नहीं पहुंचा है। गेहूं फसल का अत्यधिक लाभ हुआ है। लेकिन अगर और ज्यादा बारिश हो जाएगी तो किसानों को पूरी तरह नुकसान उठाना पड़ेगा।