चतरा में ईसाई धर्म अपनाने पर बंद किया हुक्का-पानी
Punishment for adoption of Christianity. झारखंड के चतरा में ईसाई धर्म अपनाने पर हुक्का पानी बंद करने का मामला सामने आया है।
पिपरवार/बचरा (चतरा), संसू। झारखंड के चतरा जिला स्थित कल्याणपुर नीम टोला निवासी चंद्रदेव उरांव (पिता स्व. झिरका उरांव) के सात सदस्यीय परिवार द्वारा ईसाई धर्म अपनाने पर आदिवासी पड़हा समाज ने पूरे परिवार को पुश्तैनी जमीन से बेदखल कर हुक्का-पानी बंद करने का फैसला सुनाया है।
रविवार को दोपहर गांव में आदिवासी पड़हा समाज की रामे टाना भगत की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। फैसले से पूर्व ईसाई धर्म अपना चुके परिवार से सरना धर्म में वापसी का प्रस्ताव दिया गया, लेकिन परिवार के मुखिया चंद्रदेव उरांव ने स्पष्ट इनकार कर दिया। चंद्रदेव उरांव व उनकी पत्नी मुनिया देवी ने पड़हा समाज को बताया कि कुछ वर्ष पूर्व चंद्रदेव उरांव बीमार चल रहे थे।
ईसाई धर्म अपनाने के बाद यीशु मसीह की प्रार्थना के बाद वे ठीक हो गए। इसके बाद उन्होंने सपरिवार ईसाई धर्म अपना लिया था। अब वे सरना धर्म में नहीं लौटना चाहते हैं। धर्म परिवर्तन के बाद से आदिवासी पड़हा समाज द्वारा वापस सरना धर्म में लाने का कई बार प्रयास किया जा चुका था। ईसाई बने रहने की जिद के बाद पड़हा समाज को यह निर्णय लेना पड़ा।