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Chatara जेल में कैदी की इलाज के दौरान हुई मौत, मृतक के परिजनों का आरोप- जेल प्रशासन ने सही से नहीं कराया उपचार

32 वर्षीय राजू तुरी के परिवारवालों का कहना है कि वह गंभीर बीमारी से जूझ रहा था लेकिन जेल प्रशासन ने उसका सही से इलाज नहीं कराया। शनिवार को पेट दर्द की शिकायत के बाद उसे अस्‍पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenPublished: Sun, 04 Dec 2022 05:11 PM (IST)Updated: Sun, 04 Dec 2022 05:11 PM (IST)
Chatara जेल में कैदी की इलाज के दौरान हुई मौत, मृतक के परिजनों का आरोप- जेल प्रशासन ने सही से नहीं कराया उपचार
जेल में बंद कैदी की उपचार के दौरान हुई मौत

चतरा, जासं। स्थानीय मंडल कारा के एक बंदी की रविवार सुबह उपचार के दौरान निधन हो गया।बंदी का उपचार सदर अस्पताल में हो रहा था। एनडीपीएस एक्ट के आरोपित 32 वर्षीय राजू तुरी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। उसे एक माह पहले न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। राजू तुरी पत्थलगड्डा थाना क्षेत्र के मेराल गांव निवासी धनेश्वर तुरी का पुत्र था। कारा अधीक्षक मानिकचंद राम ने बंदी की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि शनिवार की शाम को उसकी तबीयत बिगड़ी थी, जिसके बाद उसे तुरंत सदर में भर्ती कराया गया। रविवार की सुबह नौ बजे उसका निधन हो गया।

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पिछले महीने ही हुई थी राजू की गिरफ्तारी

दो नवंबर को पत्थलगडा थाना पुलिस ने उसके घर से छापेमारी अभियान चलाकर दो किलो अफीम बरामद किया था। जिसके बाद उसे नामजद अभियुक्त बनाकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। मृतक के स्वजनों के मुताबिक वह गंभीर बीमारी का रोगी था। कारा प्रशासन ने उसका समुचित उपचार नहीं कराया। बेहतर इलाज नही मिलने की वजह से शनिवार को अचानक पेट दर्द शुरू हुआ।

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इलाज के दौरान हुई कैदी की मौत

मंडल कारा प्रशासन ने आनन फानन में चिकित्सक को इलाज के लिए बुलाया। जहां चिकित्सक ने उसकी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए रेफर करने की बात कही। जिसके बाद तीन चिकित्सकों का बोर्ड गठन किया गया। गठित टीम ने राजू को बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग रेफर कर दिया। हालांकि, संसाधन के अभाव में मंडल कारा प्रशासन उसे सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां इलाज के दौरान सुबह उसकी मौत हो गई।

स्‍वजनों ने मौत के लिए जेल प्रशासन को ठहराया जिम्‍मेदार

मौत की पुष्टि सदर अस्पताल में तैनात चिकित्सक ने की। इधर मृतक के स्वजनों ने मंडल कारा प्रशासन पर इलाज में कोताही और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। चिकित्सकों की बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया है। न्यायालय के आदेश के बाद शव पैतृक गांव भेजा जाएगा।

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