Jagran Impact: स्कूली बच्चों के नाम पर बनाया था जॉब कार्ड, अब गिरेगी गाज Chatra News
Jharkhand. सरकार ने स्कूली बच्चों को मनरेगा मजदूर बताते हुए लाखों की राशि का घोटाला किए जाने के मामले को गंभीरता से लिया है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
चतरा, जागरण संवाददाता। राज्य सरकार ने सरकारी स्कूली बच्चों को मनरेगा मजदूर बताते हुए उनके नाम पर लाखों की राशि का घोटाला किए जाने के मामले को गंभीरता से लिया है। दैनिक जागरण में 23 जून को प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने उप विकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद को मामले की जांच का आदेश दिया है। प्रधान सचिव ने जांच कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट समर्पित करने का आदेश दिया है।
उप विकास आयुक्त ने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना पदाधिकारी फणींद्र गुप्ता के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया है। जांच टीम में सहायक परियोजना पदाधिकारी प्रदीप कुमार भी शामिल हैं। निर्देश के आलोक में जांच टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार को टीम के सदस्य कान्हाचट्टी प्रखंड कार्यालय पहुंचे और वहां मनरेगा से संबंधित दस्तावेजों को खंगाला। कागजात की जांच करने के बाद टीम के सदस्य कंदरी और सरैया गांव की ओर चले गए।
कंदरी गांव में ग्रामीणों से मिलकर भी उन्होंने मामले की जानकारी ली। टीम के सदस्यों ने यहां गांव निवासी सरयू भुइयां के पुत्र प्रवेश भुइयां से मुलाकात की। जॉबकार्ड में प्रवेश भुइयां की आयु 12 वर्ष है, लेकिन उसके नाम से जॉबकार्ड बना दिया गया है। जॉबकार्ड का नंबर जेएच-17-005-003-016/424 है। हालांकि कुछ महीना पहले ही कार्ड को डिलिट भी कर दिया गया है।
अधिकारियों ने प्रवेश भुइयां के नाम पर जॉबकार्ड बनाए जाने की जांच की। उसके बाद टीम के सदस्य इसी गांव के अरुण कुमार भुइयां के घर पहुंचे, लेकिन अरुण के घर के लोगों ने जांच में सहयोग नहीं किया। परिजनों ने कहा कि तीन दिन पहले अरुण गुजरात चला गया है और उसकी उम्र करीब 20 वर्ष है। हालांकि जांच अधिकारियों ने जब परिवार के सदस्यों से आधार कार्ड एवं राशन कार्ड की मांग की तो देने से इंकार कर दिया। सूत्रों ने बताया कि पूजा और अनुराधा के नाम पर भी जॉब कार्ड बनाए जाने की पुष्टि हुई है।
दोनों की उम्र 15 वर्ष है और दोनों इस वर्ष 10वीं कक्षा में हैं। अधिकारियों ने बताया कि जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, लेकिन उन्होंने इस संबंध में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। कहा कि जांच रिपोर्ट उप विकास आयुक्त को जल्द ही सौंप दी जाएगी। इधर उप विकास आयुक्त ने बताया कि रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। प्रधान सचिव के आदेश पर जांच कराई जा रही है। दोषियों पर कार्रवाई तय है।
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