ग्रामीणों ने की सड़क को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग
मयूरहंड : प्रखंड के करमा पंचायत के सेवाल गांव में वर्ष 2015 में मनरेगा द्वारा निर्मित मिट्टी मोरम सडक को गांव के ही अशोक ठाकुर व राधिका ठाकुर ने काटकर खेत बना लिया । जिसमें धान की खेती कर सड़क की जमीन को अतिक्रमण कर लिया गया है। जिसे देखते हुए सेवाल गांव के ग्रामीणों ने अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अंचलाधिकारी संतोष कुमार को लिखित आवेदन दिया है। जानकारी के अनुसार खाता संख्या-35 प्लॉट -01 जो गरमजुरवा जमीन है जिस जमीन पर पूर्वजों से रास्ता व अडवार(मवेशियों को खडा करने का स्थान) था।इसी रास्ते से होकर सेवाल,पपरो,लराही,आदी गांवों के लोगों को आने जाने व मुख्यालय जाने का सार्वजनिक रास्ता है।
मयूरहंड : प्रखंड के करमा पंचायत के सेवाल गांव में वर्ष 2015 में मनरेगा द्वारा निर्मित मिट्टी मोरम सड़क को गांव के ही अशोक ठाकुर व राधिका ठाकुर ने काटकर खेत बना लिया। जिसमें धान की खेती कर सड़क की जमीन को अतिक्रमण कर लिया गया है। जिसे देखते हुए सेवाल गांव के ग्रामीणों ने अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अंचलाधिकारी संतोष कुमार को लिखित आवेदन दिया है। जानकारी के अनुसार खाता संख्या-35 प्लॉट -01 जो गरमजुरवा जमीन है जिस जमीन पर पूर्वजों से रास्ता व अडवार(मवेशियों को खडा करने का स्थान) था।इसी रास्ते से होकर सेवाल,पपरो,लराही,आदी गांवों के लोगों को आने जाने व मुख्यालय जाने का सार्वजनिक रास्ता है।वर्ष 2015 में सडक निर्माण होने समय भी ग्रामीणों व उक्त जमीन को अतिक्रमण करने वाले सदस्यों में विवाद उत्पन्न हुआ था।जिसे पंचायत के मुखिया रामनाथ यादव व उप प्रमुख भुनेश्वर साव एवं थाना प्रशासन ने ग्रामीणों व अतिक्रमण करने वाले सदस्यों के साथ बैठक कर सभी के सहमति से 15 फिट का रास्ता निकाला गया था जिसमे मनरेगा द्वारा सडक का निर्माण करवाया गया। फिर इसी रास्ते को काटकर उक्त ब्यक्तियों ने खेत बनाकर धान रोपाई कर दिया गया है। जिससे ग्रामीणों को निकालने व मावेशिओं को आने-जाने का रास्ता बंद हो गया है। ग्रामीणों के पूछे जाने पर अशोक ठाकुर तथा राधिका ठाकुर ने उक्त जमीन को बंदोबस्ती करवा लेने की बात कही जाती है। इस विषय पर अंचलाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि जमीन का कागजात देखने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।