शिवालयों में उमड़ेगी भक्तों की भीड़
अनावृष्टि ने धान के उपज पर ग्रहण लगा दिया है। अब तक साठ से सत्तर प्रतिशत रोपा हो जाना चाहिए था। लेकिन हुआ है मात्र तीन प्रतिशत। ऐसे में आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं। इसलिए बेहतर है कि किसान वैकल्पिक खेती पर ध्यान केंद्रित करें। डा. रंजय कुमार सिंह प्रधान वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र
चतरा : सावन की तीसरी सोमवारी पांच अगस्त को है। सोमवारी को लेकर जिले के शिव मंदिरों की साफ-सफाई एवं साज-सज्जा को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
सोमवार की पूजा को लेकर शिव मंदिरों में बाबा के भक्तों की जबर्दस्त भीड़ होती है। सुबह से लेकर देर शाम तक भोलेनाथ को जलाभिषेक किया जाएगा। इसके लिए रविवार से ही भक्त तैयारी में जुट गए हैं। बाबाधाम जाने वाले कांवरियों की टोली भी रवाना हो रही है। इधर जगह-जगह पर रूद्राभिषेक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कुछ जगहों पर बारिश की कामना को लेकर हरिकीर्तन का भी आयोजन किया जा रहा है। कुल मिलाकर चारों ओर भक्ति का वातावरण है। सावन का महीना धीरे-धीरे समाप्ति की दिशा में बढ़ने लगा है। 17 जुलाई से प्रारंभ हुआ सावन 15 अगस्त को समाप्त हो जाएगा। ऐसे में बाबा भोलेनाथ के भक्त जलाभिषेक एवं रूद्राभिषेक जैसे कर्मकांडों को पूरा करने में लगे हुए हैं। इस बार सावन में कुल चार ही सोमवार पड़ रहे हैं। दो सोमवार बीत चुके हैं और तीसरा पांच अगस्त को है। इस प्रकार अंतिम सोमवारी 12 अगस्त को होगी। तीसरी और चौथी सोमवारी पर पूजा-अर्चना को लेकर भक्तों ने विशेष तैयारी कर रखी है। शहर के शिवभक्त रविवार की शाम को जल उठाने के लिए इटखोरी के महाने नदी रवाना हुए हैं। जल उठाने के बाद वे पैदल यहां आएंगे और कठौतिया मंदिर में जलाभिषेक करेंगे।