दाल-भात का फर्जीवाड़ा, दो किलो चावल में पचास लोगों का भर दिया पेट
मुख्यमंत्री दाल भात योजना के लाभुकों का फर्जी अंगूठा लगा खाद्यान्न की कालाबाजारी का मामला प्रकाश में आया है।
चतरा, जासं। मुख्यमंत्री दाल भात योजना के लाभुकों का फर्जी अंगूठा लगा खाद्यान्न की कालाबाजारी का मामला प्रकाश में आया है। गरीबों को पांच रुपये में भर पेट खाना खिलाने के लिए शुरू की गई योजना के संचालक ही इसकी मिट्टी पलीद करने में लगे हुए हैं। यहां दो किलो चावल में पचास लोगों को भरपेट भोजन करा दिया जाता है।
दालभात योजना के तहत शहर में तीन केंद्रों का संचालन हो रहा है। इन केंद्रों का संचालन महिला स्वयं सहायता समूह के जरिए किया जा रहा है। रविवार को सदर अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार ने इन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। दो केंद्रों में किए गए निरीक्षण में एक में स्थिति कुछ हद तक सामान्य रही, लेकिन दूसरे केंद्र पर अनियमितताओं का पिटारा देखने को मिला।
रेडक्रास सोसाइटी भवन के समीप संचालित विकास महिला स्वयं सहायता समूह की संचालिका व सदस्य अनुपस्थित थीं। संचालिका का देवर संजय कुमार केंद्र चला रहा था। एसडीओ उक्त केंद्र पर 12:30 बजे पहुंचे। उस वक्त संजय कुमार भोजन पंजी में फर्जी अंगूठा लगा रहा था। भोजन करने वाले मजदूरों के नाम के बाद उनका हस्ताक्षर होता है। संजय 12:30 बजे तक 230 फर्जी लोगों का नाम रजिस्टर में लिख अंगूठा लगा रहा था।
फर्जी अंगूठा लगाते हुए एसडीओ सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने उसे पकड़ लिया। इतना ही नहीं मात्र दो किलो चावल में वह पचास से अधिक गरीबों को भोजन भी करा चुका था। अनुमंडल पदाधिकारी ने केंद्र की पंजी को जब्त कर लिया। साथ ही केंद्र को रद करने का आदेश दिया है।
उन्होंने बताया कि खाद्यान्नों की कालाबाजारी की नियत से यह कुकृत्य किया जा रहा था। इससे पूर्व एसडीओ ने जलछाजन में संचालित केंद्र का निरीक्षण किया। वहां पर कई लोगों को भोजन करते हुए पाया। हालांकि केंद्र की संचालिका के पास पंजी नहीं था। एसडीओ ने संचालिका को शो-कॉज किया है।