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कोयला मंत्री आज पिपरवार में, तैयारिया पूरी

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के पिपरवार आगमन को लेकर तैयारिया लगभग पूर।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 08:12 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:32 AM (IST)
कोयला मंत्री आज पिपरवार में, तैयारिया पूरी
कोयला मंत्री आज पिपरवार में, तैयारिया पूरी

संसू, पिपरवार : केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के पिपरवार आगमन को लेकर तैयारिया लगभग पूरी हो चुकी हैं। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोयला मंत्री शुक्रवार सुबह नौ बजे एनके एरिया की चूरी भूमिगत खदान का मुआयना करने के बाद पिपरवार की अशोक परियोजना खदान जाएंगे। व्यू टावर से खदान का निरीक्षण करेंगे। इसके लिए पिपरवार में तैयारिया पूरी कर ली गई हैं। रंगरोगन व साफ -सफाई का काम पूरा हो चुका है। पिपरवार महाप्रबंधक एमके अग्रवाल स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अशोक खदान के निरीक्षण के बाद संगम विहार क्लब में सीसीएल अधिकारियों के साथ क्षेत्र के कोयला उत्पादन व डिस्पैच को लेकर आवश्यक जानकारी लेंगे।

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क्या है कोयलाचलवासियों की कोयला मंत्री से अपेक्षा

कोयलाचल के लोगों को केंद्रीय कोयला मंत्री से कई तरह की अपेक्षाएं हैं। सीसीएल का सर्वाधिक कोयला उत्पादन व डिस्पैच करने वाले पिपरवार क्षेत्र के लोग अच्छी सड़क के मोहताज हैं। पर्यावरण प्रदूषण से लोग परेशान हैं। खदानों के विस्तारीकरण की समस्या प्रबंधन के लिए गंभीर मुद्दा बना हुआ है। खदान के विस्तारीकरण में कई लोगों को वन भूमि पट्टा उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण कई तरह की परेशानी आ रही है। सीसीएल द्वारा अधिग्रहीत कुछ जमीनों के सत्यापन का मामला लंबित रहना भी बड़ी समस्या है। खदान के लिए जमीन देने वाले विस्थापित आज भी अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कई विस्थापित परिवार वर्षो से नौकरी-मुआवजे की माग को लेकर ऑफिस का चक्कर लगा रहे हैं। उनका वाजिब हक उन्हें नहीं मिलने की कसक है। कल्याणपुर में डीएवी स्कूल भवन का उद्घाटन तात्कालीन कोयला मंत्री पीयूष गोयल द्वारा किया गया था, जो आज तक चालू नहीं हो सका है। यह बात कोयलाचलवासियों को कचोट रहा है। विस्थापन का दंश झेल रहे सैकड़ों परिवार बेरोजगारी के शिकार हो गए हैं। प्रबंधन द्वारा उनकी आजीविका को लेकर खोले गये कोल डंप महीनों से बंद पड़े हैं। रोड सेल बंद हो जाने से दर्जनों गावों के हजारों ग्रामीण भुखमरी की समस्या से जूझने को मजबूर हैं। इसके अलावा रोजगार के लिए डंपर खरीद कर रोजी रोटी का जुगाड़ करने वाले कई विस्थापित युवकों के समक्ष डंपरों की समय पर किस्त अदायगी नहीं कर पाने की समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है। इस बीच कई लोगों के डंपर फाइनेंसर द्वारा खींच लिए जाने के कारण उनकी बढ़ती मुसीबत का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। कोयला मंत्री से लोगों की यही अपेक्षा है यहा के लोगों को रोजी रोटी का जुगाड़ होता रहे। विस्थापितों की लंबित मागे जल्द पूरी की जाए। कोयलाचलवसियों को अच्छी सड़कें व प्रदूषणमुक्त माहौल में रहने की मुकम्मल व्यवस्था की जाए।


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