उच्च विद्यालय द्वारी को प्लस-टू का दर्जा देने की मांग
उच्च विद्यालय द्वारी को प्लस-टू की दर्जा देने की मांग गिद्धौर: प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय द्वारी को प्लस -टू कि दर्जा देने की मांग ग्रामीणों ने किया है। ग्रामीणों ने बताया कि द्वारी मध्य विद्यालय को वर्ष 2006 में उत्क्रमित उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया। उस वक्त प्रखंड में गंगा स्मारक उच्च विद्यालय के बाद दूसरा उच्च विद्यालय द्वारी था। परंतु शिक्षा विभाग द्वारा इसे नजरअंदाज कर दिया गया। उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कक्षा 9 व 10 के 306 छात्र-छात्राएं अध्ययनर
गिद्धौर : प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय द्वारी को प्लस -टू कि दर्जा देने की मांग ग्रामीणों ने किया है। ग्रामीणों ने बताया कि द्वारी मध्य विद्यालय को वर्ष 2006 में उत्क्रमित उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया। उस वक्त प्रखंड में गंगा स्मारक उच्च विद्यालय के बाद दूसरा उच्च विद्यालय द्वारी था। परंतु शिक्षा विभाग द्वारा इसे नजरअंदाज कर दिया गया। उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कक्षा 9 व 10 के 306 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। मैट्रिक उत्तीर्ण के पश्चात इन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने को लेकर कटकमसांडी व पत्थलगड्डा प्रखंड पर निर्भर रहना पड़ता है। छात्र-छात्राओं को करीब 12 से 14 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है। यही वजह है कि कई छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त करने वंचित रह जाते हैं। ग्रामीणों ने उपायुक्त से उत्क्रमित उच्च विद्यालय द्वारी को प्लस-टू की दर्जा देने की मांग किया है।