अकीदत के साथ की गई चादरपोशी
मुहर्रम के मौके पर मंगलवार को कर्बला शरीफ में अकीदत के साथ चादरपोशी की गई। इस दौरान फतहा अखाड़े से जुलूस निकाला गया जो सिमरिया चौक होते हुए कर्बला मैदान पहुंचा जहां इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हो चादरपोशी की गई तथा नियाज और फतेहा अता किया गया। जुलूस या अली या अली या हुसैन के नारों से बुलंद रहा। जुलूस का नेतृत्व नौशाद अंसारी ने किया। उन्होंने बताया कि इमाम बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए शहादत दे दी जिनकी याद में मुहर्रम का पर्व मनाया जा रहा है। जिसे लेकर या जुलूस निकाला गया और चादरपोशी
सिमरिया : मुहर्रम के मौके पर मंगलवार को कर्बला शरीफ में अकीदत के साथ चादरपोशी की गई। इस दौरान फतहा अखाड़े से जुलूस निकाला गया जो सिमरिया चौक होते हुए कर्बला मैदान पहुंचा जहां इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हो चादरपोशी की गई तथा नियाज और फतेहा अता किया गया। जुलूस या अली या अली या हुसैन के नारों से बुलंद रहा। जुलूस का नेतृत्व नौशाद अंसारी ने किया। उन्होंने बताया कि इमाम बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए शहादत दे दी जिनकी याद में मुहर्रम का पर्व मनाया जा रहा है। जिसे लेकर या जुलूस निकाला गया और चादरपोशी की गई। मुहर्रम के करीब आते हैं विभिन्न आकारों में तैयारियां जोर शोर से की जा रही है। ताजिया फाटक और निशांत का निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है। जुलूस में अस्त्र शस्त्र प्रदर्शन का अभ्यास भी देर रात तक किया जा रहा है। चादरपोशी जुलूस में हाजी शम्सुद्दीन, दिलशाद अंसारी मो अरशद,अल्तमस र•ा , मुजाहिद अंसारी, इदरीश अंसारी, इसरार अंसारी सहित अकीदतमंद शामिल थे।