देवघर में खुलेगा संस्कृत विश्वविद्यालय : नीरा यादव
इटखोरी : झारखंड सरकार देव भाषा संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है।
इटखोरी : झारखंड सरकार देव भाषा संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है। सरकार ने देवघर में संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेज दिया है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने गुरुवार को इटखोरी में दी। शिक्षा मंत्री यहां अपने परिजनों के साथ मां भद्रकाली मंदिर में पूजा अर्चना करने आई थीं। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा से ही संस्कृति को बचाया जा सकता है। बीते कुछ वर्षों के दौरान संस्कृत भाषा को खास तवज्जो नहीं दी गई। लेकिन झारखंड सरकार अब देवभाषा को लेकर काफी गंभीर है। शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि अब सभी सरकारी विद्यालयों में वर्ष में एक बार मातृ-पितृ पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। प्रदेश के कुछ विद्यालयों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है। पारा शिक्षकों के स्थायीकरण के सवाल को टालते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षो में सरकार ने पारा शिक्षकों के लिए कई बेहतर कार्य किए हैं। शिक्षक नियुक्ति में पारा शिक्षकों को पचास प्रतिशत आरक्षण इसी सरकार ने दिया है। सरकार आने वाले दिनों में पारा शिक्षकों को कुछ और सहूलियत देने वाली है। उन्होंने पारा शिक्षकों से अपील की कि वे बात-बात पर आंदोलन नहीं करें, इससे पढ़ाई बाधित होती है। शिक्षा मंत्री ने सेवानिवृत्त शिक्षकों से भी शिक्षा का दान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि शारीरिक व मानसिक रूप से जो सेवानिवृत्त शिक्षक स्वस्थ हैं, उन्हें अपने निकट के विद्यालय में शिक्षा का दान देना चाहिए। इससे विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। इस दौरान पारा शिक्षकों के एक शिष्टमंडल ने शिक्षा मंत्री को अपनी मांगों से संबंधित एक मांग पत्र भी सौंपा।