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सीपीपी मजदूरों की स्थिति पर जताई गई चिंता

फोटो : 11 बीईआर 07 -कैप्टिव पावर प्लांट समिति के सदस्यों ने की साड़म में बैठक संवा

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 12:26 AM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 12:26 AM (IST)
सीपीपी मजदूरों की स्थिति पर जताई गई चिंता
सीपीपी मजदूरों की स्थिति पर जताई गई चिंता

फोटो : 11 बीईआर 07

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-कैप्टिव पावर प्लांट समिति के सदस्यों ने की साड़म में बैठक

संवाद सहयोगी, ललपनिया (बेरमो) : श्रमिक संगठन एटक से संबद्ध ठेकेदार मजदूर यूनियन की कथारा कैप्टिव पावर प्लांट (सीपीपी) शाखा समिति के कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक रविवार को साड़म स्थित भाकपा कार्यालय में हुई। सीपीपी मजदूरों के नेता दिनेश रविदास ने सीपीपी मजदूरों की स्थिति पर ¨चता व्यक्त करते हुए कहा कि कथारा कैप्टिव पावर प्लांट बंद होने और सात माह का बकाया वेतन नहीं मिलने के कारण लगभग 300 मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इसलिए उस प्लांट को जल्द से जल्द पुन: चालू कर मजदूरों को बकाया वेतन भुगतान किया जाना जरूरी है।

ठेकेदार मजदूर यूनियन के महासचिव सह सीपीपी मजदूरों के नेतृत्वकर्ता इफ्तेखार महमूद ने कहा कि सीपीपी प्लांट के बंद होने का मुख्य कारण नोटबंदी व जीएसटी है। नोटबंदी व जीएसटी के कारण सीपीपी की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। फलस्वरूप, 13 साल से लगातार नियोजित 300 से अधिक मजदूर अब बेकार बैठे हैं। उन्होंने कहा कि सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक पी चंदा के साथ बीते 6 नवंबर की वार्ता में सीपीपी को संचालित करने वाली कंपनी इंपीरियल फास्टनर की लीज निरस्त करने के लिए 2 माह का जो समय लिया गया है, उसका यूनियन की ओर से इंतजार किया जा रहा है। यदि दो माह के बाद भी कंपनी का लीज निरस्त कर सीपीपी को चालू नहीं किया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा। मौके पर यूनियन के सचिव प्रदीप मुंडा, उपाध्यक्ष बहादुर जफर, हकीम अंसारी, श्याम यादव आदि उपस्थित थे।


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