अब रेलवे में भी मनरेगा से काम
बोकारो : रेलवे में अब कच्चा काम मनरेगा की योजनाओं से होगा। मनरेगा में निबंधित मजदूर काम कर
बोकारो : रेलवे में अब कच्चा काम मनरेगा की योजनाओं से होगा। मनरेगा में निबंधित मजदूर काम करेंगे और ग्रामीण विकास विभाग फंड देगा। इस नई पहल से बोकारो में मजदूरों को अधिक से अधिक काम मिलेगा। रेलवे को भी इसका लाभ मिलेगा। कारण बिना खर्च किए रेलवे का काम हो जाएगा।
इस मसले पर यहां मंत्रणा शुरू हो गई है। 1.5 लाख तक योजनाओं का क्रियान्वयन होगा। जल्द ही योजना धरातल पर उतरने वाली है। इसके लिए राज्य मुख्यालय ने निर्देश दे दिया है। मनरेगा कर्मियों की हड़ताल समाप्त होने के बाद यहां के जिन प्रखंडों में रेलवे की लाइन है वहां काम शुरू होगा। बोकारो जिले की 249 पंचायतों में लगभग 130 पंचायत ऐसी हैं जहां से रेलवे की लाइन गुजरी है।
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पंचायतों से होगा काम
रेलवे लाइन या स्टेशन जिस पंचायत में है वहां रेलवे का काम उसी पंचायत के मजदूरों के माध्यम से कराया जाएगा। संबंधित बीडीओ और रेल अधिकारियों के बीच समन्वय बैठक होगी और कार्य का चयन किया जाएगा। इसका भुगतान संबंधित पंचायत से किया जाएगा। इस तरह रेलवे के कार्य में स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होगी और उन्हें रोजगार मिलेगा।
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किस तरह के कार्य होंगे
--लेवल क्रा¨सग तक की सड़क का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण ।
--जल मार्गों का विकास, ट्रेंच निर्माण एवं रेलवे लाइन के किनारे नाली का निर्माण ।
--रेलवे स्टेशन तक संपर्क पथ ।
--रेललाइन के किनारे उपलब्ध तटबंध की मरम्मत और चौड़ीकरण ।
--झाड़ियों को हटाया जाएगा।
--रेलवे की खाली जमीन पर पौधरोपण।
--स्टेशन के लिए संपर्क पथ का निर्माण।
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क्या होगा फायदा
--मनरेगा मजदूरों के पास काम की कमी नहीं रहेगी।
--रेलवे लाइन की मरम्मत और देखरेख का काम उसी पंचायत के मजदूर करेंगे जहां रेलवे लाइन है।
--पौधरोपण , कच्ची सड़क का निर्माण समेत छोटे कार्य अब फंड के अभाव में नहीं रुकेंगे।
--रेलवे के लिए जमीन देनेवाले रैयतों को काफी लाभ होगा।
--रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर पौधरोपण कराकर जमीन को अतिक्रमण से बचाया जा सकेगा।
--मनरेगा से काम होने पर रेलवे को फंड की बचत होगी।
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कोट
रेल मंत्रालय व ग्रामीण विकास मंत्रालय के बीच हुए समझौते के तहत रेलवे के कार्य भी मनरेगा से होना है। इसके लिए राज्य मुख्यालय से गाइडलाइन आ चुकी है। कुछ बातों पर अभी संशय है उसे स्पष्ट करने के बाद कार्य प्रारंभ होगा। इससे मनरेगा मजदूरों को उनके घर के बगल में काम मिल सकेगा। रविरंजन मिश्रा , उपविकास आयुक्त बोकारो।