बढ़ती आबादी रोकने को अधिनियम की वकालत
संवाद सहयोगी कथारा (बेरमो) बढ़ती आबादी रोकने को अधिनियम की वकालत गुरुवार को जारंगडीह दुर्गा मंदिर परिसर में की गई। संवाद सहयोगी कथारा (बेरमो) बढ़ती आबादी रोकने को अधिनियम की वकालत गुरुवार को जा
संवाद सहयोगी, कथारा (बेरमो) : बढ़ती आबादी रोकने को अधिनियम की वकालत गुरुवार को जारंगडीह दुर्गा मंदिर परिसर में की गई। जहां जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की ओर से जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग को रैली निकालकर जनसभा की गई। संबोधित करते हुए जनसंख्या नियंत्रण फाउंडेशन की केंद्रीय संयोजिका सह कश्मीरी विस्थापित ममता सहगल ने कहा कि देशहित के लिए बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाया जाना बेहद जरूरी है। हम दो-हमारे दो की पारिवारिक अवधारणा को देश में लागू करने के लिए कानून की जरूरत है। इसके लिए देशवासियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को मुखर करने के लिए पूरे देश में जनसभा के माध्यम से लोगों को आह्वान किया जा रहा है। इस अभियान को सभी को समर्थन करना चाहिए। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि देश व देशवासियों की भलाई के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता है। यह कानून आने से देश की बढ़ती आबादी निश्चित रूप से नियंत्रित होगी, जिससे यहां के लोग सुखी होंगे। उन्होंने कहा कि अन्य देश की अराजक ताकतों ने भारत को सात सात बार बांटने का काम किया, अब वैसा नहीं होने देंगे। जिस प्रकार कश्मीर से धारा 370 हटाई गई, उसी तरह जनसंख्या नियंत्रण कानून भी लागू किया जाएगा। इसके लिए देश की जनता को समर्थन करना होगा। चित्रकूट से पधारे स्वामी सीताराम शरण ने कहा कि भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए। भारत में बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाया जाना जरूरी है, ताकि जितने लोग रहें सभी को सही ढंग से जीने की आजादी मिल सके। कहा कि बाहरी तत्व हिदुओं को कई जाति में बांटकर भारत को खंडित करने की साजिश कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग भारतीयों को आपस में लड़ाकर अपनी रोटियां सेंकने का काम कर रहे हैं। कहा कि भारत में जनसंख्या जिस कदर बढ़ती जा रही है, उससे आने वाले समय में काफी संकट उत्पन्न हो जाएगा। जनसंख्या वृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए देश के सभी लोगों को सोचने की जरूरत है। साथ ही जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग करनी होगी, अन्यथा देश का एक बार फिर विभाजन तय है। यहां धर्मवीर सिंह, कृष्ण मुरारी, धर्मेंद्र धामा, रामू दिगार आदि ने भी संबोधित किया। इस आयोजन को सफल बनाने में उदय झा, रंजीत यादव, विक्की कुमार, वीरेंद्र चौहान, रवि नोनिया, तरुण सिंह, विजय सिंह, रवींद्र यादव, मास्टर मुन्ना, छोटू रजक, जयप्रकाश कुमार, पीयूष अग्रवाल, सूरज चंद्रवंशी, बजरंगी कुमार, चंद्रशेखर नायक, राहुल कुमार, अनिकेत डे, विकास पांडेय, जशु कुमार, सुनील महतो आदि का योगदान रहा। मौके पर सैकड़ों लोग उपस्थित थे।