कंपनी कमांडर को 18 तो एएसआइ को लगी थी 12 गोलियां
बोकारो बीते नौ दिसंबर की रात सीआरपीएफ 226 बटालियन के सिपाही दीपेंद्र यादव की राइफल से
बोकारो: बीते नौ दिसंबर की रात सीआरपीएफ 226 बटालियन के सिपाही दीपेंद्र यादव की राइफल से निकली 12 गोली एएसआइ पूर्णाचंद भुईयां को लगी थी तो कंपनी कमांडर सारहुल हरसन बी को 18 गोलियां लगी थी। रांची रिम्स में हुए पोस्टमार्टम में इसका खुलासा हुआ है। आधिकारिक पुष्टि तो नहीं हुई है पर बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारियों को छाती से लेकर जांघ तक में कुल 30 गोलियां लगी थी। घटना के बाद कंपनी के इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह बाना के आवेदन पर पुलिस प्राथमिकी दर्ज की। दर्ज रिपोर्ट में शिकायतकर्ता ने बताया था कि गोमिया चुनाव में ड्यूटी करने सीआरपीएफ 226 वाहिनी के जवान व अधिकारी बीते नौ तारीख को बोकारो पहुंचे। इन्हें चतरोचट्टी के कुर्कनालो कलस्टर में ठहराया गया। रात पौने नौ बजे के लगभग सिपाही दीपेंद्र यादव की एएसआइ पूर्णानंद भुईयां से झपड़ हो गई। इसके बाद सिपाही दीपेंद्र अपने कमरे में गया और बिस्तर पर पड़ा अपना एके-47 उठाकर बाहर निकला। बाहर निकले सिपाही ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसकी अंधाधुन फायरिग से एएसआइ भुईयां घायल हो गए।
---गोली की आवाज सुनकर कंपनी कमांडर एके-47 के साथ निकले थे अपने कमरे से बाहर: दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है कि गोलियां की आवाज सुनकर कंपनी कमांडर सारहुंल हरसन बी एके-47 राइफल लेकर बाहर निकले। इन्हें भी सिपाही ने गोली मारकर घायल कर दिया। सिपाही की गोली से एक अन्य सिपाही हरिश्चंद्र खाखोलरी घायल हो गया। घटना को अंजाम देकर सिपाही दीपेंद्र भागने लगा तो इसे चोट लगी। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। यहां एएसआइ व कंपनी कमांडर को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शिकायतकर्ता ने दर्ज रिपोर्ट में यह भी बताया है कि हमला करने वाला सिपाही काफी नशे में था। इसके साथ एक सिपाही भी काफी नशे में दिखा। पुलिस पूरे मामले में हमलावार सिपाही की एके-47 राइफल के अलावा मृत कंपनी कमांडर व एएसआइ की राइफल भी जब्त कर जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि हमलावार सिपाही का इलाज रांची के मेडिका में चल रहा है। यहां इसे पुलिस निगरानी में रखा गया है। ठीक होते ही इसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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वर्जन:
हत्यारोपी सिपाही दीपेंद्र यादव का पुलिस निगरानी में रांची में इलाज करा रही है। इसके स्वस्थ्य होते ही इसे गिरफ्तार कर पुलिस कोर्ट में पेश करेगी।
पी मुरुगन, एसपी, बोकारो।