मां भगवती की आराधना से वातावरण भक्तिमय
पिछरी/गोमिया (बेरमो) बेरमो कोयलांचल स्थित पिछरी बस्ती व गोमिया के आइईएल दुर्गा मंदिर में क
पिछरी/गोमिया (बेरमो): बेरमो कोयलांचल स्थित पिछरी बस्ती व गोमिया के आइईएल दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना कर चैत नवरात्र की पूजा मंगलवार को शुरू की गई। शक्ति स्वरूपा मां भगवती की आराधना से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया है। पेटरवार प्रखंड की पिछरी बस्ती स्थित सार्वजनिक चैती दुर्गा मंदिर में चैत नवरात्र की पूजा की शुरुआत कलश स्थापना से की गई। पुजारी नरेश शास्त्री ने मंदिर के भंडारगृह में पूजा समिति के अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया छत्रधारी मिश्रा की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोच्चार कर पूजा कराई। पुजारी शास्त्री ने बताया कि नवरात्र के दौरान देवी दुर्गा की सभी नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा कहा जाता है। पहले दिन मां दुर्गा की प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा की गई। पूजा समिति के अध्यक्ष मिश्रा ने बताया कि इस नवनिर्मित मंदिर में चैत नवरात्र की यह पहली पूजा है। कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर कम से कम लोगों को ही मंदिर में प्रवेश करने दिया जा रहा है। शेष ग्रामीणों से अपील की गई है कि सभी लोग अपने-अपने घर में ही पूजा करें। मौके पर मंदिर समिति के सचिव रतन कुमार मिश्रा सहित नारायण महतो, नकुल मिश्रा, वार्ड सदस्य बजरंगी मिश्रा, राकेश मिश्रा, धीरज मिश्रा, तपन मिश्रा, पंकज मिश्रा, नीरू मिश्रा, कार्तिक मिश्रा आदि मौजूद थे।
गोमिया के आइईएल दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना कर चैत नवरात्र की पूजा आचार्य जीडी त्रिपाठी, दीपक मिश्रा व भूपेंद्र पांडेय ने कराई। कलश स्थापना के लिए आचार्यों ने स्थानीय कोनार नदी से कलशों में जल भरा। वहां से कलशों को लाकर दुर्गा मंडप में स्थापित किया गया। उसके बाद चैत्र नवरात्र की पूजा का शुभारंभ किया गया। समाजसेवी पंकज पांडेय ने बताया कि कोरोना से बचाव को लेकर सरकारी गाइड लाइन का पालन करते हुए यहां चैत नवरात्र की पूजा की जा रही है। मौके पर सर्वानंद श्रीवास्तव, रामप्रताप यादव, पिटू कुमार, संतोष कुमार, रामजी प्रसाद, जीतू पांडेय, संतोष यादव, संजय ठाकुर, भागीरथ नायक आदि उपस्थित थे।