हवा के जरिए इंसानों में फैलती है टीबी
जागरण संवाददाता बोकारो टीबी यानी ट्यूबरक्युलोसिस बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है। सबस
जागरण संवाददाता, बोकारो : टीबी यानी ट्यूबरक्युलोसिस बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है। सबसे कॉमन फेफड़ों का टीबी है और यह हवा के जरिए एक से दूसरे इंसान में फैलती है। मरीज के खांसने और छींकने के दौरान मुंह-नाक से निकलने वाली बारीक बूंदें इन्हें फैलाती हैं। ऐसे में मरीज के बहुत पास बैठकर बात की जाए तो भी इंफेक्शन हो सकता है। यह जानकारी विश्व यक्ष्मा दिवस पर जिला स्वास्थ्य भवन में बुधवार को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार पाठक ने दी।
सीएस ने बताया कि टीबी खतरनाक इसलिए है, कि यह शरीर के जिस हिस्से में होती है, सही इलाज न हो तो उसे बेकार कर देती है। टीबी फेफड़ों को धीरे-धीरे बेकार कर देती है तो यूटरस की टीबी बांझपन की वजह बनती है। ब्रेन की टीबी में मरीज को दौरे पड़ते हैं तो हड्डी की टीबी हड्डी को गला सकती है।
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. एनपी सिंह ने बताया कि तीन हफ्ते से ज्यादा लगातार खांसी होना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभार खून का आना, भूख कम लगना, वजन कम होना टीबी रोग के लक्षण हैं। कहा कि तीन हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर डॉक्टर को दिखाएं। दवा का पूरा कोर्स लें, वह भी नियमित तौर पर। डॉक्टर से बिना पूछे दवा बंद नहीं करें। इससे पूर्व सिविल सर्जन, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. रेणु भारती, डॉ. एके झा ने संयुक्त रूप से जिला स्वास्थ्य भवन से साइकिल रैली एवं जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर डीपीएम प्रदीप कुमार, अमित कुमार, बालकृष्ण मुरारी, पवन श्रीवास्तव, हेमंत कुमार झा, नितिन कुमार सिंह, रासबिहारी ठाकुर, परशुराम तिवारी, मनोहर महतो, गणेश प्रसाद, शांति दे दलाल, सुदीप, जीतू सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे। इधर, विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी प्रखंडों में प्रभात फेरी, स्कूलों में क्विज प्रतियोगिता, मास्क कैंपेन का आयोजन किया गया।