Jharkhand : तब्लीगी धर्म प्रचारक भी कोरोना पॉजिटिव; प्रशासन को भ्रमित करने के लिए देता रहा गलत सूचना
बोकारो जिले में गुरुवार तक कोरोना पॉजिटिव के कुल छ मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से एक महिला की मौत हो चुकी है। शेष पांच का इलाज बीजीएच में चल रहा है।
बोकारो, जेएनएन। जिले के लोगों को तब्लीगी मरकज से जोड़ने एवं तब्लीगी जमात में ढाका व दिल्ली ले जाने वाला युवक आखिरकार कोरोना पॉजिटिव निकला। इसके साथ ही बोकारो में कुल कोरोना पॉजिटिव के छ: मामले हो गए। इनमें से एक की मौत हो चुकी है। शेष पांच का इलाज बीजीएच में चल रहा है। गुरुवार की देर रात जारी रिपोर्ट में 35 वर्षीय चंद्रपुरा के तेलो निवासी धर्म प्रचारक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद उसे चास के क्वारंटाइन सेंटर से निकालकर बीजीएच के कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, युवक क्षेत्र के लोगों को तब्लीग से जोड़ने का काम करता था। इसी के कहने पर 10 से अधिक लोग ढाका गए थे। ढाका से लौटने के बाद दिल्ली की जमात में शामिल होने के लिए भी इसी ने प्रेरित किया था। हालांकि अभी भी यह पूरी सूचना नहीं दे रहा है कि उसके साथ जाने वाले लोग कौन-कौन थे और आने के बाद कहां-कहां रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं तब्लीगी से जुड़े इस कथित धर्म प्रचारक का साड़म तक संक्रमण फैलाने में इसकी भूमिका तो नहीं? सूत्रों का कहना है कि वह घूम-घूम कर लोगों से मिलता था, समय-समय पर देश के अन्य स्थानों पर आयोजित होने वाले जमात में लोगों को शामिल कराने का काम करता था।
दिल्ली से लौटकर सूचना छुपाते रहे तब्लीगी : पहले बंग्लादेश और उसके बाद दिल्ली मरकज में शामिल होकर लौटे जमाती प्रशासन व समाज से सूचना छुपाते रहे। उन्हें यह एहसास था कि उनके साथ कुछ नहीं होगा। जब राज खुला तो पहले बंग्लादेश का नाम लिया और इसके बाद पॉजिटिव होने के बाद दिल्ली की जानकारी दी। बताया कि 12 से 15 मार्च के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए जमात में भी शामिल हुई थी। यही वजह रहा है कि पहली महिला पॉजिटिव के साथ उसकी दो पोती और उसका जेठ भी संक्रमण का शिकार हो गया।
पहले चरण में 28 जमातियों का हुआ था टेस्ट : तब्लीगी जमात से जुड़े 28 लोगों का जिला प्रशासन ने टेस्क कराया। इनमें से अधिकांश ढाका के बाद दिल्ली के मरकज में शामिल होकर लौटे थे। 10 बांग्लादेश के जमात में शामिल हुए थे। वहीं 14 तब्लीगी मौलाना 27 फरवरी को दिल्ली से चंद्रपुरा पहुंचे थे। इनमें से पांच का रिपोर्ट पॉजिटिव हो चुका है। शेष का रिपोर्ट निगेटिव है।